लखनऊ : प्रदेश के निजी मेडिकल कॉलेजों में अब एमबीबीएस की पढाई का खर्चा बढ़ा दिया गया है। डीएजीएमई की बैठक के साथ ये आखिरी फैसला लिया गया है। प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों के संचालक अपनी फीस ढाई गुना से ज्यादा बढ़ाने में सफल हो गये है।
मेडिकल कॉलेजों की फीस :
- मेडिकल कॉलेजों की फीस बढकर अब 50 लाख हो गयी है।
- इसके अलावा हाईकोर्ट के आदेश क बाद नीट कि काउंसिलिंग आज से दोबारा शुरू होगी।
- साथ ही ये भी कहा गया कि अगर कोई मेडिकल कॉलेज ज्यादा फीस लेगा तो उसके खिलाफ कड़ी कार्यवाही कि जाएगी।
- जिसके बाद फैसले के खिलाफ निजी मेडिकल कॉलेज अदालत चले गये।
- जिस पर डीजीएमई और कमिश्नर अनूपचन्द्र पांडेय के साथ हुई बैठक में नई फीस का निर्णय लिया गया है।
- इस बार मेडिकल कॉलेजों की फीस 10.75 लाख रूपए वार्षिक रहने कि उम्मीद है।
- जो ढाई गुना से भी अधिक है।
- इस प्रस्ताव पर एक नए चिकित्सा और शिक्षामंत्री शिवपाल सिंह यादव जी से भी सलाह ली गयी है।
- निजी कॉलेजों की काउंसिलिंग 23 सितम्बर से शुरू होगी इससे पहले इस पर अमल हो जायेगा।