सेंट्रल बोर्ड ऑफ़ सेकेंडरी एजुकेशन द्वारा बीते समय में एक अहम निर्णय लिया गया था जिसके तहत MBBS व BDS की तैयारी कर रहे छात्रों के इसमें प्रवेश करने हेतु राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परिक्षा(NEET) में बैठने के लिए उम्र सीमा 25 वर्ष तय की गयी थी. जिसके बाद डॉक्टर बनने के लिए सालों से तैयारी कर रहे लाखों छात्रों का भविष्य अधर में लटक गया था. जिसके बाद इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में कई याचिकाएं दायर की गयी थीं जिसके बाद इन पर सुनवाई करते हुए कोर्ट द्वारा एक अहम निर्णय ले लिया गया है.
सुप्रीम कोर्ट ने याचिकाकर्ताओं को परिक्षा फॉर्म भरने का दिया था आदेश :
- राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परिक्षा(NEET) भारत की एक ऐसी प्रवेश परिक्षा है जिसके ज़रिये MBBS व BDS की तैयारी की जाती है.
- आपको बता दें कि इस परीक्षा में CBSE द्वारा बीते समय में आयु-सीमा निर्धारित कर दी गयी थी.
- जिसके तहत कहा गया था कि 25 वर्ष से ऊपर के लोग इस परीक्षा में नहीं बैठ सकेंगे.
- बता दें कि CBSE द्वारा लगाये गए इस प्रतिबंध के बाद तैयारी करने वाले लाखों छात्रों का भविष्य अधर में लटक गया था.
- जिसके बाद छात्र इस मुद्दे को लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंचे थे साथ ही याचिकाएं भी दायर की गयी थीं.
- जिसके बाद कोर्ट द्वारा मामले पर सुनवाई की गई है और निर्णय भी ले लिया गया है.
- बता दें कि कोर्ट द्वारा लिए गए इस निर्णय के अनुसार 25 साल से ऊपर के छात्र इस प्रवर्ष परीक्षा में बैठ सकते हैं.
- इसके साथ ही कोर्ट द्वारा बताया गया है कि इस परीक्षा में आवेदन की आखिरी तारीख को आगे बढ़ा दिया गया है.
- जिसके तहत इस तारीख को बड़ा कर पांच अप्रैल कर दिया गया है.
- हालाँकि कोर्ट द्वारा इस दिशा में पहले ही छात्रों को परीक्षा के फॉर्म भरने के आदेश दिए गए थे.
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