नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने दिल्ली सरकार को ईस्ट दिल्ली से प्रदूषण को बढ़ावा देने वाली फैक्ट्रीज को हटाने के निर्देश दिए हैं.
आस पास रहने वालों को खतरा
- नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने दिल्ली सरकार और प्रदूषण कण्ट्रोल बोर्ड को कड़े निर्णय लेने को बोला है.
- इंडस्ट्रियल यूनिट्स से होने वाला प्रदूषण आस पास रहने वालों के लिए बड़ा खतरा है.
- बिना किसी विलम्ब के ऐसी यूनिट्स फैक्ट्रीज और इंडस्ट्रीज के खिलाफ कड़े कदम उठाने के निर्देश आये हैं.
- हाई कोर्ट की एक बेंच ने जिसकी अध्यक्षता यू डी साल्वी ने की है.
- उन्होंने इसी सन्दर्भ में एक फैसला सुनाया है.
- यमुना से मिलने वाली बिजली जो ऐसी फैक्ट्रीज को मिलती है तुरंत काट दी जाये.
बिना सहमती के खुली है फैक्ट्रीज
- ऐसी भी कई फैक्ट्रीज और इंडस्ट्रियल यूनिट्स हैं जिन्हें संचालन की सहमती नहीं हैं.
- फिर भी अनाधिकृत तरीके से कार्य कर रहीं हैं.
- विश्वास नगर में सबसे ज्यादा इस तरह की यूनिट्स हैं.
- हालांकि ट्रेडर्स और एसोसिएशन ने विश्वास नगर को इंडस्ट्रियल एरिया बताया है.
- क्योकि सत्तर प्रतिशत से ज्यादा ज़मीन इंडस्ट्रीज के लिए रजिस्टर्ड हैं.
- विश्वास नगर में रहने वाले एस एन रस्तोगी ने इन इंडस्ट्रीज के खिलाफ एक याचिका दायर की थी.
- सर्वे के अनुसार सत्तर हज़ार से ज्यादा लोग इस एरिया में रहते हैं.
- कई स्कूल्स और कोचिंग सेंटर्स भी हैं.
- उनके स्वास्थ्य के नज़रिए से ये फैसला लिया जा रहा है.