भरूच हत्याकांड में डी कंपनी के गुर्गों के खिलाफ NIA ने चार्जसीट दाखिल कर दिया है। NIA की मुंबई शाखा ने शनिवार को विशेष अदालत में चार्जसीट प्रस्तुत किया। जिसमें भरूच शहर के ‘ए’ डिवीजन पुलिस स्टेशन में 2 नवंबर 2015 को दर्ज मुकदमा संख्या 164/2015 से संबंधित अपराध के तहत डी कंपनी के दस गुर्गों को आरोपी बनाया गया है।
2015 में भरूच शहर की सूर्या प्रिंटिंग प्रेस के अंदर से शिरीष बंगाली और प्रगनेश मिस्त्री नामक दो लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी जो समाज के एक खास वर्ग से संबंधित लोगों के खिलाफ एक बड़ी साजिश का हिस्सा था। इस घटना के पीछे आतंक फैलाना ही सबसे बड़ा मकसद था। इस साजिश में विदेशों में बैठे कई लोग भी शामिल थे। जिसका खुलासा जाँच के दौरान किया गया।
आपको बता दें कि NIA से स्पष्ट किया था कि डी कंपनी के गुर्गों के खिलाफ सबूत मिलने पर चार्जसीट दाखिल की जाएगी। हालांकि अभी इसमें सीधे तौर पर दाऊद का जिक्र नहीं किया गया है।
NIA इस बात की जाँच भी कर रहा था कि आखिर किसलिए दाऊद ने क्यों बनाई RSS नेताओं की हिटलिस्ट थी।
जांच के दौरान पाया गया कि इस साजिश के अन्य आरोपी पाकिस्तान और दक्षिण अफ्रीका में बैठे हैं। इसलिए इस केस में आरोपियों के खिलाफ अधिक सबूत जमा करने के लिए जारी को जारी रखा जा रहा है।
चार्जसीट में आरोपियों पर गैरकानूनी गतिविधि (निवारण) अधिनियम 1967 के तहत धारा 16, 17, 18, 20 और 23 के अलावा, धारा 120 बी, 302, 114, 153ए, 449, आईपीसी की धारा 25 (1बी) 27ए, शस्त्र अधिनियम और गुजरात पुलिस अधिनियम की धारा 135 के मामला दर्ज किया गया है।