बिहार में जेडीयू-बीजेपी के गठबंधन से नई सरकार बनने के बाद प्रशांत किशोर की छुट्टी हो गई हैं। बता दें कि प्रशांत किशोर को बिहार में जेडीयू-आरजेडी-कांग्रेस महागठबंधन के शिल्पकार माना जाता है।
नीतीश के सलाहकार नियुक्त थे प्रशांत किशोर-
- महागठबंधन के बाद प्रशांत किशोर को नीतीश कुमार का सलाहकार नियुक्त किया गया था।
- इतना ही नहीं, बिहार महागठबंधन में प्रशांत किशोर को राज्य मंत्री का दर्ज मिला था।
- प्रशांत किशोर पिछले एक साल से बिहार में नहीं थे।
- छठी बार बिहार के मुख्यमंत्री बने नीतीश कुमार ने प्रशांत किशोर से उनके कैबिनेट का दर्ज़ा छीन लिया।
- इसके पीछे की वजह नीतीश कुमार और बीजेपी का गठबंधन को माना जा रहा है।
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महागठबंधन की जीत के शिल्पकार थे प्रशांत किशोर-
- बिहार में 2015 में हुए विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन के लिए प्रशांत किशोर ने कड़ी मेहनत कर नीतियाँ तैयार की थी।
- बिहार में प्रशांत की नीतियों के सामने बीजेपी का हर दांव फेल रहा था।
- जिसके कारण बिहार में लालू-नीतीश की जोड़ी को बड़ी जीत हासिल हुई थी।
- विधानसभा चुनाव में महागठबंधन को मिली धमाकेदार जीत के बाद प्रशांत किशोर राजनीतिक रणनीति के महारथी के रूप में उभरे थे।
- यहाँ तक की सोशल मीडिया पर उन्हें राजनीति का चाणक्य भी कहा गया था।
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नीतीश को फ़ोन कर दी बधाई-
- बताया जा रहा है कि प्रशांत किशोर इस समय दक्षिण भारत में किसी काम में व्यस्त हैं।
- हालाँकि अभी तक प्रशांत किशोर ने बिहार में हुए नाटकीय घटनाक्रम पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
- मगर कुछ करीबियों के मुताबिक़, प्रशांत किशोर इससे बेहद निराश है।
- बताया जा रहा है कि उन्होंने नीतीश को फोन कर भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं।
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