हाल ही में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्र सरकार की छोटी राशि 500 करोड़ रुपये की लागत से पांच सालों में स्मार्ट सिटी बनाने की योजना का उपहास उड़ाया है. जिसके बाद उन्होंने अपनी सरकार के स्मार्ट विलेज बनाने वाले कार्यक्रम का उदाहरण दिया है.
‘वैसे भी यह केंद्र सरकार की योजना है’ :
- हाल ही में बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने केंद्र सरकार का उपहास उड़ाया है.
- उन्होंने चौथे चरण की निश्चय यात्रा के क्रम में सहरसा में बीते दिन एक चेतना सभा को संबोधित किया.
- जिसमे नीतीश ने कहा कि उन्हें नहीं पता की पांच साल की अवधि में यह योजना कैसे पूरी होगी.
- ऐसा इसलिए क्योकि मात्र 500 करोड़ रुपये की राशि से कैसे सिटी का निर्माण किया जाएगा.
- इसके साथ ही उन्होंने बीजेपी की चुटकी लेते हुए कहा “वैसे भी यह केंद्र सरकार की योजना है“.
- इसके साथ ही उन्होंने कहा कि उनकी सरकार अगले चार साल में स्मार्ट विलेज बनाना चाहती है.
- जिसके तहत सात निश्चय कार्यक्रम में हर घर को बिजली कनेक्शन, शौचालय, पेयजल,
- इसके साथ ही हर गली और नाले के पक्कीकरण की योजना है.
- आपको बता दें की वे शराबबंदी और सात निश्चय को लागू करने के लिए क्षेत्रवार लोगों की राय प्राप्त करना चाहते हैं.
- जिस्क्ले लिए गत 9 नवंबर से निश्चय यात्रा पर निकले हैं.
- उन्होंने कहा कि जब बिहार के प्रत्येक गांव के लोग स्मार्ट हो जाएंगे,
- तो कोई भी नागरिक बेहतर सुविधा के लिए शहर की ओर नही जाएगा.
- इसके साथ ही उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए अपनी सरकार द्वारा सात निश्चय के तहत युवाओं और महिलाओं के उत्थाना के लिए भी उठाए गए कदम की चर्चा की.