राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने स्पष्ट कर दिया है कि बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव इस्तीफा नहीं देंगे। राजद के इस फैसले के बाद जेडीयू सुप्रीमो और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर दबाव बढ़ गया है। अब सबकी निगाहें नीतीश के अगल कदम पर टिकीं है।
नीतीश पर टिकीं सबकी निगाहें-
- जेडीयू की तरफ से दिए गए अल्टीमेटम के खत्म होने का समय नजदीक आ रहा है।
- लालू यादव ने पहले ही साफ कर दिया है कि तेजस्वी यादव इस्तीफा नहीं देंगे।
- जानकारों के अनुसार लालू और उनका परिवार पहले ही भ्रष्टाचार के मामलों में फंसा हुआ है।
- ऐसे में अगर तेजस्वी इस्तीफा देते है तो पहले ही बैकफुट पर पहुंचे लालू यादव नैतिक रूप से इस सियासी लड़ाई को हार जाएंगे।
- यही वजह है कि राजद को नीतीश की कार्रवाई का इंतजार है।
- अगर ऐसा होता है तो इसस राजद को कुछ जमीनी आधार मिला जाएगा।
- माना जा रहा है कि राजद की रणनीति यह भी है कि तेजस्वी को हटाए जाने की स्थिति में राजद कोटे के अन्य 11 मंत्री भी इस्तीफा दे देंगे।
- इसकी वजह यह है कि लालू किसी भी हालत में अपनी ओर से सरकार को गिराने की कोशिश नहीं करेगी।
- क्योंकि गठबंधन टूटते ही राजद की छवि का संकट गहरा जाएगा।
- लालू यह कभी नहीं चाहेंगे कि एक बार फिर जदयू और भाजपा का गठबंधन हो।
- ऐसे में अब सबकी निगाहें नीतीश कुमार के फैसले पर टिकीं हुई है।
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