कांग्रेस के ट्विटर हैंडल से विनायक दामोदर सावरकर के खिलाफ की गई आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर सावरकर के रिश्तेदार रंजीत सावरकर ने कांग्रेस पार्टी, पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी को नोटिस भेजा है। मालूम हो कि यह इस तरह का अपने आप में पहला मामला है।
माफी मांगे कांग्रेसः
रंजीत सावरकर ने नोटिस में कांग्रेस और इसके अधिकारियों से मांग की है कि ‘वे नोटिस मिलने के बाद 48 घंटे के भीतर अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल के जरिए सावरकर को अपमानित करने के लिए उनसे और उनके परिवार से बिना शर्त माफी मांग लें।’
सावरकर के परिवास ने कांग्रेस की ओर से इस मामले में प्रतिक्रिया मांगी थी, लेकिन फिलहाल कांग्रेस की तरफ से अभी इस तरह का कोई ट्विट नहीं आया है।
कांग्रेस ने सावरकर को बताया था गद्दारः
- कांग्रेस पार्टी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से 23 मार्ट को भगत सिंह की पुण्यतिथि के मौके पर किए गए एक ट्वीट में कहा था कि एक ओर जहां भगत सिंह ने ब्रिटिश शासन से आजादी के लिए जंग छेड़ी हुई थी।
- वहीं विनायक दामोदर सावरकर ने ब्रिटिश शासकों से रहम की भीख मांगी, कांग्रेस ने लिखा था कि ब्रिटिश राज में एक गुलाम बनने के लिए, सावरकर ने ब्रिटिश शासकों से आग्रह किया था।
- यह नोटिस कांग्रेस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से किए गए उस ट्वीट से संबंधित है, जिसमें सावरकर को गद्दार कहा गया था।
- इस नोटिस में @INC द्वारा किए गए उन ट्वीट्स का जिक्र है जो 5, 22 और 23 मार्च को किए गए थे। उनमें तस्वीरों, पोस्टर्स और बयानों के जरिए विनायक दामोदर सावरकर को ‘गद्दार’ बताया गया था.
- सावरकर परिवार ने अपने नोटिस में कहा है कि कांग्रेस और उसके नेताओं ने ट्वीट के जरिए ‘एक बहादुर, हिम्मतवाले, ईमानदार और महान राष्ट्रवादी नेता का अपमान किया। उसे सार्वजनिक रूप से माफी मांग लेनी चाहिए।
- सावरकर परिवार के वकील हितेश जैन ने कहा कि हमने 16 जून को कांग्रेस पार्टी, सोनिया गांधी और राहुल गांधी को मानहानि का नोटिस भेजा है। कांग्रेस ने अपने ट्विटस में वीर सावरकर का अपमान किया है।