बीते दिनों सरकार द्वारा लिए गये नोटबंदी के कड़े फैसले के बाद धनकुबेरों के पैरों टेल ज़मीन सरक गयी है. हर कोई अपने काले धन को ठिकाने लगाने में लगा हुआ है. ऐसे में बेनामी संपत्तियों पर जांच करने का फैसला लेना इन धनकुबेरों के लिए अपने आप में एक बड़ी मुसीबत बन गयी है.
कार्यवाही बेनामी एक्ट 2016 के तहत :
- हाल ही में सरकार द्वारा अब बेनामी संपत्ति पर जांच के आदेश आये हैं.
- जिसके लिए व्यापक स्तर पर कार्रवाई शुरू की गई है.
- इसमें बेनामी संपत्तियों और महंगी प्रॉपर्टी पर खास नजर है और जांच शुरू कर दी गई है.
- आपको बता दें कि देश के सभी प्रमुख शहरों के हाईवे के पास की जमीनों की जांच शुरू की गई है.
- इसके अलावा देश के प्रमुख शहरों के वीआईपी इलाको में मौजूद जायदादों की जांच भी की जा रही है.
- प्रमुख अध्योगिक प्लाट, कॉमर्शियल फ्लैटों व दुकानों की जांच की जा रही है.
- जांच के दौरान पता चला है कि लुटियन जोन में भी कुछ बंगलों का वास्तविक मालिक कोई और है.
- जांच के दायरे में रिश्वत और भ्रष्टाचार की रकमों से खरीदे गए कुछ बंगले भी हैं.
- एक बंगला जांच बंद करने के नाम पर एक सीए के नाम खरीदा गया.
- गौरतलब है कि सरकार ने तमाम विभागों से सरकारी ज़मीनों का भी ब्यौरा मांगा है.
- जिसके तहत पता लगाया जा रहा है कि कहां-कहां कब्जे हैं साथ ही लिस्ट तैयार की जा रही है.
- आयकर विभाग और अन्य विभागों की मदद से इन सब प्रॉपर्टीज का वेरीफिकेशन किया जा रहा है.
- करीब दो सौ से ज्यादा टीमें इन जगहों का सत्यापन कर रही हैं.
- तथ्य जुटाने के बाद इन मामलों में सरकार कार्रवाई करेगी.
- इन मामलों में दोषी पाए जाने पर बेनामी ट्रांजेक्शन एक्ट 2016 के तहत कार्रवाई होगी.