बीते दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा एक अहम निर्णय लिया गया था. जिसके बाद ना जाने कितने धनकुबेरों की पोल खुल कर सामने आ गयी है. अब इस श्रेणी में NRI भी शामिल होने जा रहे हैं जिन्होंने अपने लौकरों में कालाधन छुपा रखा था.
विदेश में रह रहे गुजराती हैं हैरान-परेशान :
- 500 और 1000 के नोट को रद करने के फैसले ने न सिर्फ अपने देश में हाहाकार मचाया है.
- बल्कि विदेश में रहने वाले नॉन रेसिडेन्ट गुजरातिओं में भी हाहाकार मच गया है.
- दरअसल गुजरातिओं का स्वाभाव रहा है कि वो दुनिया के किसी भी कोने में रहें,
- परंतु उनका ज्यादातर इंवेस्टमेंट या पैसे अपने देश में अपने गांव में ही रहता है.
- यही वजह है कि प्रधानमंत्री के फैसले से विदेश में रहने वाले लोगों के पैरों तले जमीन खिसक गई है.
- बताया जा रहा है कि बैंक-लॉकर में कालाधन रखने वाले NRI अब गुजरात वापस आ रहे हैं.
- इसके साथ ही कई लोग जो दिवाली या क्रिसमस की छुट्टीयों पर विदेश गए हुए हैं
- वो अचानक हुए इस फैसले के बाद वापस भारत आ रहे हैं.
- हालांकि इन लोगों का कहना है कि वो नवंबर के आखिर तक भारत आकर अपने लॉकर में रखे पैसे को सेटल कर लेंगे
- ऐसा इसलिए क्योंकि 500 और 1000 के नोट बैंक में जमा करने की तारीख फिलहाल 30 दिसंबर तक दी गई है.
- गौरतलब है कि गुजरात के आणंद, खेडा, कच्छ, पोरबंदर, महेसाना आदि जिलों के लोग विदेश में रहते हैं
- साथ ही यहां के बैंक में NRI एकाउंट में उनके करोड़ो रुपये हैं.
- जबकि उनके लॉकर की जानकारी पूरी तरह गुप्त रखी गई है.