कल लोकसभा का शीतकालीन सत्र शुरू होने के बाद दिवंगत नेताओँ को श्रद्धांजलि देकर स्थगित कर दिया गया था । लेकिन आज लोकसभा का शीतकालीन सत्र शुरू होते ही नोट बंदी के मुद्दे को लेकर विपक्ष ने हंगामा करते हुए सरकार पर जमकर हल्ला बोला । विपक्ष के हमले के बाद सरकार भी अपने फैसले का बचाव करती दिखाई दी। वहीँ राज्यसभा में भी तृणमूल कांग्रेस , बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस के सांसदों ने सदन में जम कर हंगामा किया.यही नही सांसदों ने वाल में घुसकर सरकार के ख़िलाफ़ नारेबाज़ी भी की. विपक्ष दलों के सांसद प्रधानमंत्री को राज्य सभा बुलाने कि मांग पर कायम रहे थे. उन्हों ने मांग करते हुए कहा कि नोटबंदी पर पीएम राज्य सभा में आकर जवाब दें । हंगामे बढ़ने पर राज्यसभा कि कारवाई 11:30 तक स्थगित कर दी गई।
हंगामे के चलते दोनों सदनों की कारवाई स्थगित
- आज संसद के दोनों सदन नोट बंदी के मुद्दे को लेकर ही गूंजे।
- लोक सभा के शीतकालीन सत्र में विपक्ष ने सरकार पर जम कर हल्ला बोला।
- वही राज्य सभा में भी नोट बंदी का मुद्दा ही छाया रहा।
- बात दें कि दोनों सदनों में पीएम नरेंद्र मोदी कि मौजूदगी कि मांग कि जा रही है।
- सांसदों का कहना है कि पीएम खुद आकर इस मुद्दे पर जवाब दें।
- भारी हंगामे के चलते राज्य सभा कि कार्यवाई 11:30 तक के लिए स्थगित कि गई।
- वहीँ लोक सभा कि कार्यवाई भी 12:30 तक स्थगित कि गई।
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