केंद्र सरकार का महिला एवं बाल विकास मंत्रालय देशभर में हिंसा की शिकार महिलाओं की मदद के लिए 151 केंद्रों की शुरुआत कर चुका है। यह केंद्र वन स्टॉप सेंटर योजना के तहत खोले गए हैं।
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अब तक की गई 30 हजार पीड़ित महिलाओं की सहायता-
- इन केंद्रों के माध्यम से अब तक 30 हजार पीड़ित महिलाओं की सहायता की गई है।
- लोकसभा में महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने इन केंद्रों के उद्देश्य के बारे में बताया
- उन्होंने कहा कि इन एकीकृत केंद्रों को शुरू करने का उद्देश्य ऐसी महिलाओं की मदद करना है, जो हिंसा के बाद पुलिस या चिकित्सा सुविधाओं तक नहीं पहुंच पातीं।
- आगे उन्होंने कहा कि इन केंद्रों में एक मनोवैज्ञानिक, एक चिकित्सक, एक नर्स, एक वकील, पुलिस और आठ बिस्तरों की सुविधा उपलब्ध है।
- उनका मंत्रालय देशभर में वन स्टॉप सेंटरों की संख्या बढ़ाकर 600 करने का प्रयास कर रहा है।
- मेनका ने कहा कि उनका मंत्रालय कार्यरत महिलाओं के हॉस्टलों को वित्तीय मदद भी दे रहा है।
- देशभर में ऐसे 940 हॉस्टलों का संचालन किया जा रहा है।
- जिनसे अब तक 70,600 महिलाओं को मदद दी जा चुकी है।
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