फिल्म पद्मावत की रिलीज को लेकर देशभर में विरोध प्रदर्शन का दौर जारी है। उत्तर प्रदेश के कई जिलों में हिंसा की खबरें प्रकाश में आईं। इनमें तोड़फोड़ और आगजनी की भी घटनाएं हुईं। मथुरा में ट्रेन रोककर असलहे लहराये गए। राजधानी लखनऊ में करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने आत्मदाह की कोशिश की। वहीं कल ही की बात है लखनऊ के गोमतीनगर इलाके में खुद को करणी सेना का कार्यकर्ता बता रहे उपद्रवियों ने आई नॉक्स मॉल में तोड़फोड़ की इसके बाद पुलिस ने कई लोगों को थाने में बंद कर दिया था. वहीँ आज ये फिल्म रिलीज हो चुकी है, लेकिन चंद घंटे पहले पद्मावत को लेकर संजय लीला भंसाली को ये तगड़ा और बड़ा झटका लगा है.
भंसाली को लगा तगड़ा झटका:
आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद आज काफी दिनों से विवादों में घिरने वाली फिल्म “पद्मावत” आज 25 जनवरी को रिलीज हो गई है, लेकिन देशभर में हिंसा के चलते इससे घबराकर मल्टीप्लेक्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश और गोवा में फिल्म नहीं दिखाने का फैसला किया है. यह एसोसिएशन देश की 75 फीसद मल्टीप्लेक्स मालिकों का प्रतिनिधित्व करता है.
इस एसोसिएशन के अध्यक्ष दीपक अर्श के मुताबिक, चार राज्यों राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश और गोवा में फिल्म नहीं चलाने का फैसला किया है, क्योंकि स्थानीय प्रबंधन ने हमें बताया कि कानून-व्यवस्था के हालात अच्छे नहीं हैं. गुजरात और राजस्थान के सिनेमाघर मालिकों ने कहा कि फिल्म को लेकर पैदा विवाद सुलझने तक राज्य के किसी भी मल्टीप्लेक्स या सिंगल स्क्रीन सिनेमाघर में इस फिल्म को नहीं दिखाया जाएगा.
उधर, फिल्म के खिलाफ देश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन जारी रहा. गुरुग्राम में पद्मावत के विरोधियों ने वजीरपुर पटौदी रोड को जाम कर दिया और आगजनी की गुरुग्राम में रविवार तक धारा 144 लगाई गई है. पद्मावत के विरोधियों ने दिल्ली-जयपुर राजमार्ग को भी जाम कर दिया.
आपको बता दें कि जयपुर के वैशाली नगर में दिल्ली-जयपुर राजमार्ग को प्रदर्शनकारियों ने ब्लॉक कर दिया। मथुरा में भी पद्मावत को लेकर प्रदर्शनकारियों ने भूतेश्वर रेलवे स्टेशन पर ट्रेन को रोक कर विरोध जताया। मध्यप्रदेश के भोपाल, ग्वालियर, इंदौर, उज्जैन, रतलाम और मुरैना में फिल्म विरोधियों का प्रदर्शन जारी है.
पद्मावत फिल्म का विरोध कर रहे उपद्रवियों के पास मिले
मथुरा में ट्रेन रोककर असलहे लेकर प्रदर्शन:
बता दें कि मथुरा में करणी सेना और क्षत्रिय समाज के लोगों ने ट्रेन रोककर संजय लीला भंसाली के खिलाफ नारेबाजी की। यहां आक्रोशित लोगों ने असलहे लहराये। विरोध में लोगों ने सिनेमाघरों के बाहर हंगामा किया। वहीं रोड पर गाड़ियों में तोड़फोड़ की और आगजनी भी की। आक्रोशित लोगों ने फिल्म निर्माता को फिल्म रिलीज न करने की चेतावनी दी।
मेरठ में सिनेमा घर के बाहर हुआ पथराव:
मेरठ में पीवीएस मॉल में अज्ञात लोगों ने तोड़फोड़ कर दी। मॉल के बाहर कुछ लोग पहुंचे और उन्होंने एकदम से पत्थरबाजी कर दी। जिससे मॉल के कई शीशे चकनाचूर हो कर जमीन पर आकर गिर गए। मॉल में पत्थरबाजी की घटना को लेकर हड़कंप मच गया। मॉल के अंदर जो लोग थे वह डरकर मॉल के बाहर निकल गए। जिसके बाद मौके पर भारी पुलिस फोर्स पहुंची और पत्थरबाजों की तलाश तेज कर दी।
लखनऊ में आत्मदाह का प्रयास:
फिल्म पद्मावत के रिलीज होने के विरोध में गोमतीनगर स्थित वेव मॉल के बाहर करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने बवाल काटा। यहां एक कार्यकर्ता ने अपने ऊपर मिटटी का तेल डालकर आग लगाने की कोशिश की। गनीमत रही मौके पर मौजूद पुलिस ने उसे पकड़ लिया। इस दौरान काफी देर तक अफरा तफरी का माहौल बना रहा।
इतिहास के साथ छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं करेंगे राजपूत:
लखीमपुर में राष्ट्रीय क्षत्रिय महासभा ने फिल्म पद्मावत का विरोध किया। प्रदर्शन करियों ने भारतीय हिंदू संस्कृति की रानी पद्मावती को सती मां के रूप में पूजा जाता है फिल्म निर्देशक ने गलत तरीके से प्रदर्शित करने तथा राजपूतों के इतिहास के साथ खिलवाड़ किया है। उन्होंने फिल्म की रिलीज पर बवाल करने की चेतावनी दी है।
करणी सेना ने मुंडन करवा कर दर्ज कराया था विरोध:
फैजाबाद में फिल्म पद्मावत के विरोध में करणी सेना ने मुंडन करवा कर अपना विरोध दर्ज कराया था। उन्होंने फिल्म की रिलीज पर हंगामे को चेतावनी दी है। हालांकि उत्तर प्रदेश में फिल्म के रिलीज होने और विरोध की ज्वाला भड़क रही है। अब देखने वाली बात ये होगी कि क्या फिल्म रिलीज हो पायेगी या नहीं।
जयपुर में असलहों का होगा प्रदर्शन:
राजपूत करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष महिपाल सिंह मकराना ने जयपुर से बताया कि जौहर के लिए अब तक 1800 महिलाओं ने रजिस्ट्रेशन करवा लिया। करीब पांच हजार महिलाएं एक साथ जौहर करेंगी। इसी दिन राजपूत समाज के लोग भी केसरिया साफा बांधकर तलवार लहाएंगे।
फिल्म रिलीज करने के सुप्रीम कोर्ट के हैं आदेश:
गौरतलब है कि विवादों से घिरी संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावत पर विभिन्न राज्यों में लगाए बैन को सुप्रीम कोर्ट द्वारा हटाए जाने के बाद कई संगठन सड़कों पर उतर आए। संगठन फिल्म रिलीज होने पर अपना विरोध जता रहे हैं। वहीं सुप्रीम कोर्ट ने 25 जनवरी 2018 को फिल्म पद्मावत रिलीज होने के आदेश दिए हैं।
डीजीपी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश का होगा पालन:
उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह ने फिल्म पद्मावत की रिलीज पर बयान देते हुए कहा कि सही समय पर सही कदम उठाएंगे। उन्होंने कहा कि फिल्म की रिलीज पर सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का पालन किया जायेगा। किसी भी उपद्रवी को बख्शा नहीं जायेगा। कानून-व्यवस्था का उल्लंघन बर्दास्त नहीं किया जायेगा।
बयान से पलटे करणी सेना प्रमुख:
आपको बता दें कि फिल्म पद्मावत देखने का आमंत्रण स्वीकार करने वाले करणी सेना के नेता लोकेंद्र सिंह कालवी काल्वी को फिल्म देखने के लिए न्योता मिला था. वहीँ वह इस फिल्म को देखने के लिए भी जाने वाले थे, लेकिन अब वह अपने बयान से पलट गए है.
उन्होंने कहा कि ”चार दिन पहले फिल्म देखने के लिए एक पत्र आया था और ये पत्र साजिश के तहत भेजा गया था ताकि भंसाली ये साबित कर सके कि वो हमें फिल्म दिखाना चाहते हैं और हम ही नहीं देखने को राजी हो रहे. न तो फिल्म मैं देखता हूं और न ही करणी सेना देखती है.
हम फिल्म उनको दिखाएंगे जिनको सेंसर बोर्ड ने चयनित किया है. भंसाली को 9 लोगों का नाम दिया गया था. लेकिन उसने केवल 3 लोगों को ही फिल्म दिखाई। हम इस प्रकार का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे.”
विवादों में घिरी थी पद्मावत:
आपको बता दें कि फिल्म पद्मवती (पद्मावती पर सेंसर बोर्ड फैसला) को लेकर विवाद ऐसा बढ़ा कि फिल्म के ट्रेलर रिलीज़ होने के बाद से ही ये विवाद और गहरा गया था. करनी सेना ने जगह-जगह विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया और ये प्रदर्शन आज भी चल रहा था. वहीँ इस बीच फिल्म से जुड़े कलाकारों ने भी कहा कि फिल्म रिलीज़ होनी चाहिए. फिल्म के कुछ दृश्यों को लेकर क्षत्रिय संगठनों ने जोरदार विरोध किया और जगह जगह जमकर हंगामा होने लगा. बता दें कि 1 दिसम्बर को रिलीज़ होने वाली ये फिल्म विरोध के चलते रिलीस नहीं हो पाई थी.
अभिषेक सोम पर हुआ था मुकदमा दर्ज:
संजय लीला भंसाली और दीपिका पादुकोण का सर कलम करने पर इनाम की घोषणा करने वाले अभिषेक सोम पर मुकदमा दर्ज हुआ था. सोम ने संजय लीला भंसाली और दीपिका पादुकोण का सर कलम करने वाले को 5 करोड़ का इनाम देने की थी घोषणा.
अभिषेक सोम क्षत्रिय समाज से ताल्लुक रखते हैं. अभिषेक के खिलाफ थाना नौचंदी में मुकदमा दर्ज हुआ था. क्षत्रिय समाज के लोग इस फ़िल्म में रानी पद्मावती के चित्रण को गलत तरीके से दर्शाये जाने का आरोप लगा हैं. क्षत्रिय समाज के लोग लगातार मांग कर रहे हैं कि इस फ़िल्म पर सरकार रोक लगाये.
इसी कड़ी में क्षत्रिय समाज के ठाकुर अभिषेक सोम ने विवादित बयान देते. हुए फ़िल्म अभिनेत्री दीपिका पादुकोण और संजय लीला भंसाली की गर्दन काटने वाले को क्षत्रिय समाज की ओर से 5 करोड़ रूपये की धनराशि देने का ऐलान किया था. इसी के चलते इन पर मुकदमा दर्ज हुआ था.