प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद के बजट सत्र के पहले चरण में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा की थी. पीएम ने विपक्ष के जोर हंगामे के बीच लोकसभा में बोलना शूरू किया. विपक्ष का कहना था कि उसे अपनी बात कहने नहीं दिया जा रहा है और उसकी आवाज को दबाया जा रहा है. विपक्षी नेता भाषणबाजी नहीं चलेगी, जुमलेबाजी बंद करो के नारे लगा रहे थे. प्रधानमंत्री ने विपक्ष की नारेबाजी के बीच मशहूर शायर बशीर बद्र के दो शेर पढ़े.
पीएम ने कल कांग्रेस को घेरा
पीएम ने कहा, ‘दुश्मनी जम कर करो लेकिन ये गुंजाइश रहे, जब कभी हम दोस्त हो जाएं तो शर्मिंदा न हों’, इसके अलावा मोदी ने मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा इस्तेमाल किए गए बशीर बद्र के शेर का जिक्र किया. उसके जवाब में मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि, ‘जी बहुत चाहता है सच बोलें, क्या करें हौसला नहीं होता’. मोदी बोले कि कांग्रेस अपने गीत गाती है और आंख बंद करके रहती है. पीएम मोदी ने अटल बिहारी वाजयेपी का जिक्र करते हुए उनकी कविता की भी लाइन पढ़ी कि ‘छोटे मन से कोई बड़ा नहीं होता और टूटे मन से कोई खड़ा नहीं होता.
बीजेपी ने कहा, पकौड़ा बेचने वाले का अपमान कांग्रेस को पड़ेगा भारी
अभिषेक सिंह ने चर्चा के दौरान केंद्रीय बजट की जमकर तारीफ की और इसे गरीब-पिछड़ों के लिए कल्याणकारी बजट बताया. उन्होंने बजट चर्चा में हिस्सा लेते हुए विपक्षी दल कांग्रेस पर जमकर हल्ला बोला. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के भीतर इस बजट से हाहाकार मच गया है, मोदी सरकार ने जिन योजनाओं का एलान इस बजट में किया है उससे कांग्रेस के भीतर बौखलाहट है.
बीजेपी ने कांग्रेस को दी नसीहत
अभिषेक सिंह ने कहा कि 2014 के आम चुनाव के दौरान कांग्रेस ने एक चाय वाले का मजाक बनाया था, तब देश की जनता ने कांग्रेस 44 सीटों पर समेट दिया था, आज एक पकौड़े बेचने वाले की मेहनत का मजाक उड़ाने वाली कांग्रेस को अगर जनता 5 सीटों पर भी सिमट दे तो कोई आश्चर्य नहीं होना चाहिए. उन्होंने ऐसे कई लोगों का उदाहरण भी पेश किए जिन्होंने छोटे स्तर से दुकान शुरू की और आगे चलकर बड़ा कारोबार स्थापित कर अन्य लोगों को भी नौकरी देने का काम किया.
रेणुका चौधरी के मुद्दे पर कांग्रेस का हंगामा:
कल पीएम मोदी ने रेणुका चौधरी के बार-बार हंसने पर कहा था कि ऐसी हंसी रामायण काल के बाद सुनने को मिली है. इसपर कांग्रेस ने आपत्ति जताते हुए पीएम से माफ़ी मांगने की बात की और सदन में जमकर हंगामा हुआ. राज्यसभा में कांग्रेस के सांसद पीएम से माफी की मांग पर अड़ गए। पहले हंगामे के कारण राज्यसभा की कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। फिर 12 बजे कार्यवाही शुरू होने के बाद दूसरा बार भी हंगामा हुआ और राज्यसभा की कार्यवाही 2 बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी.