रेप केस मामले में दोषी करार दिये गये डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम पर 25 अगस्त को फैसला आने के बाद भड़की हिंसा पर बड़ा खुलासा हुआ है। खबरों के मुताबिक हिंसा के लिए डेरा ने कोडवर्ड जारी किया था।
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पंचकूला में भड़की हिंसा पर हुआ बड़ा खुलासा :
- मिली जानकारी के अनुसार फैसला डेरा के पक्ष में आने पर अलग कोड वर्ड था।
- फैसला पक्ष ने आने के बाद हिंसा भड़काने के लिए अलग कोड वर्ड था।
- खबरों के मुताबिक हिंसा फैलाने के लिए 4250 कोडवर्ड था।
- राम रहीम पर फैसला पक्ष में आने पर 1650 कोडवर्ड था।
- समर्थकों को पत्रकारों से सवाल पूछे जाने पर ‘अपनी मर्जी से आये हैं’ कहने को कहा गया था।
- खबरों के मुताबिक हिंसा फैलाने के लिए पैसा देकर जुटाई गई भाड़े की भीड़।
- मिली जानकारी के अनुसार भीड़ में सभी लोग डेरा समर्थक नहीं थे।
- 1000 रुपये रोजाना पर लाए गये थे लोग।
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क्या है पूरा मामला :
- साल 2002 में डेरा सच्चा प्रमुख बाबा गुरमीत राम रहीम पर साध्वी के यौन शोषण के आरोप लगे।
- इस मामले की जांच हाई कोर्ट ने सीबीआई को सौंप थी।
- एक साध्वी ने गुमनाम चिट्ठी के जरिए गुरमीत राम रहीम पर यौन शोषण सहित कई अन्य संगीन आरोप लगाए थे।
- साध्वी ने आरोप लगाते हुए एक पत्र मीडिया, पंजाब-हरियाणा हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश, पीएम के नाम जारी किया था।
- इसके बाद हाई कोर्ट ने 24 सितंबर 2002 के इस मामले की जिम्मा सीबीआई को सौंप दिया।
- CBI ने जांच में आरोप सही पाए और डेरा प्रमुख के खिलाफ विशेष अदालत के सामने 31 जुलाई 2007 में आरोप पत्र दाखिल किया।
- इस मामले में बाबा गुरमीत राम रहीम को अदालत से जमानत मिल गई।
- लेकिन लंबे अरसे से मामला पंचकूला की सीबीआई अदालत में चल रहा है।
- जहां 25 अगस्त को राम रहीम के रेप केस दोषी करार दिया गया, 28 अगस्त को अदालत सजा पर फैसला सुनाएगी।
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यौन शोषण के अलावा चल रहा हत्या का मामला :
- बाबा राम पर यौन शोषण के अलावा दो मर्डर का भी केस चल रहा है।
- पहला मामला सिरसा के पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की हत्या का है।
- बाबा पर आरोप है कि छत्रपति द्वारा साध्वी बलात्कार मामले को अखबार में छापने पर 2002 में उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई।
- उनपर ये भी आरोप है कि उन्होंने डेरे के पूर्व प्रबंधक रंजीत सिंह की 10 जुलाई 2003 को हत्या करवा दी।
- इन दोनों हत्याओं में डेरा सच्चा सौदा का नाम सामने आया था।
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