एक तरफ केंद्र की बीजेपी सरकार नोटबंदी के एक साल पूरे होने को लेकर एंटी ब्लैक मनी डे मनाने जा रही है वहीँ दूसरी तरफ पनामा पेपर लीक के बाद अब एक और खुलासे ने हड़कंप मचा कर रख दिया है. जर्मनी के जीटॉयचे साइटुंग नामक उसी अखबार ने ये खुलासा किया है जिसने 18 महीने पहले पनामा पेपर्स का खुलासा किया था.
96 मीडिया ऑर्गेनाइजेशन के साथ मिलकर ICIJ ने ‘पैराडाइज पेपर्स’ नामक दस्तावेजों की छानबीन की है. इंटरनैशनल कॉन्सोर्टियम ऑफ इंवेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट्स द्वारा ‘पैराडाइज पेपर्स’ में 1.34 करोड़ दस्तावेज शामिल होने की बात निकलकर सामने आई है.
कई भारतीय नेताओं-अभिनेताओं-कारोबारियों के नाम शामिल:
- पनामा पेपर लीक की तरह ही इसमें कई भारतीय राजनेताओं के नाम शामिल हैं.
- वहीँ अभिनेताओं से लेकर कारोबारियों के नाम भी इसमें शामिल हैं.
- इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, इसमें कुल 714 भारतीयों के नाम शामिल हैं.
- ब्लैक मनी को लेकर हुए इस खुलासे ने देश की राजनीति को हिलाकर रखने का काम किया है.
- वहीं दुनिया भर की बात करें तो इस लिस्ट में कुल 180 देशों के नाम हैं.
- इस लिस्ट में भारत 19वें स्थान पर है.
- जिन दस्तावेजों की छानबीन की गई है, उनमें ज्यादातर बरमूडा की लॉ फर्म ऐपलबाय के हैं.
- यह कंपनी वकीलों, अकाउंटेंट्स, बैंकर्स और अन्य लोगों के नेटवर्क की एक सदस्य है.
- इसमें ये भी खुलासा किया गया जो फर्जी कंपनियां बड़े-बड़े कारोबारियों और अमीरों के पैसे को विदेश पहुँचाने का काम करती हैं.
मोदी सरकार के मंत्री सहित महानायक अमिताभ बच्चन का नाम भी शामिल:
- केंद्र सरकार में विमानन राज्य मंत्री जयंत सिन्हा का नाम भी इसमें शामिल है.
- पनामा पेपर लीक में शामिल महानायक कहे जाने वाले अमिताभ बच्चन का भी है.
- अमिताभ बच्चन के बरमूडा में एक कंपनी में शेयर्स होने का भी खुलासा इसके जरिये हुआ है.
- केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा का नाम ओमिड्यार नेटवर्क में साझीदारी को लेकर सामने आया है.
- जबकि बीजेपी के राज्यसभा सांसद और कारोबारी आरके सिन्हा की कंपनी एसआईएस सिक्यॉरिटीज का नाम भी इसमें शामिल है.
- वहीं एक और बॉलीवुड अभिनेता संजय दत्त की पत्नी मान्यता के पुराने नाम दिलनशीं की बात भी कही गई है.
- इसके अलावा दुनिया के कई दिग्गजों के नाम इसमें शामिल हैं.
- अमरीकी राष्ट्रपति ट्रम्प के अरबपति कॉमर्स सेक्रटरी विलबर रॉस और रूस के बीच संबंध का जिक्र भी है.
- ट्विटर और फेसबुक में रूसी कंपनियों के निवेश की बात भी सामने आई है.