500 और 1000 की नोटों के बंद होने का असर संसद के शीतकालीन सत्र में दिखा. लोकसभा की कार्यवाई दिनभर के लिए स्थगित होने के बाद हंगामे का केंद्र राज्यसभा रहा. राज्यसभा में कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों ने केंद्र सरकार को घेरा. मायावती से लेकर ममता बनर्जी और शरद यादव तक सभी ने सरकार पर हमले किये.
कांग्रेस के नेता प्रमोद तिवारी ने पीएम मोदी की तुलना हिटलर से की. तिवारी ने कहा कि मुसोलिनी और गद्दाफी की राह पर पीएम मोदी चल रहे हैं. वहीँ तृणमूल ने सरकार के खिलाफ मार्च निकाला. हालाँकि इस मार्च में कांग्रेस सीधे शामिल नही हुई. लेकिन नोटबंदी पर पूरा विपक्ष एक ही सुर में बोल रहा है.
पीएम को घेरने की कोशिश में कांग्रेस:
- अब कांग्रेस इस मामले पर पीएम को घेरने की कोशिश में है.
- कांग्रेस इस कोशिश में है कि पूरी चर्चा के दौरान पीएम मौजूद रहें.
- इस मुद्दे पर पीएम से जवाब भी मांगने की तैयारी में कांग्रेस है.
- कांग्रेस नोटबंदी को एक घोटाले का रूप देने की पूरी कोशिश कर रही है.
- कांग्रेस चाहती है कि घोटाले का रूप देकर नोटबंदी के फैसले की जाँच कराई जाए.
- वहीँ लोगों को होने वाली परेशानियों को भी कांग्रेस एक हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रही है.
- रहुल गाँधी ने अपने कार्यकर्ताओं को लोगों की मदद करने के लिए कह दिया है.
- जमीनी स्तर पर सहानुभूति देकर और संसद में इसको मुद्दा बनाकर पीएम को घेरने की कोशिश करेगी कांग्रेस.
- कार्यस्थगन प्रस्ताव को लेकर भी कांग्रेस विचार कर रही है.
- सोनिया गाँधी ने अपने सांसदों से कह दिया है कि लोगों को होने वाली परेशानियों पर नजर रखें.