बुधवार 16 नवम्बर से संसद का ‘शीतकालीन सत्र’ शुरू हो रहा है, जिसमें हाल ही में केंद्र सरकार द्वारा नोटबंदी के फैसले पर जोरदार हंगामा मच सकता है। गौरतलब ही कि, विपक्ष की पार्टियाँ इस मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेर सकती हैं।
सर्वदलीय बैठक में पीएम मोदी ने विपक्ष के समर्थन की मांग की:
- संसद का शीतकालीन सत्र बुधवार से शुरू हो रहा है।
- जिसमें नोटबंदी के फैसले को लेकर विपक्ष हमला बोल सकता है।
- वहीँ मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सर्वदलीय बैठक बुलाई थी।
- जिसमें पीएम मोदी ने विपक्ष से इस मुद्दे पर मदद की मांग की थी।
- पीएम मोदी ने बैठक में कहा था कि, नोटबंदी, भ्रष्टाचार, काले धन और जाली नोटों के खिलाफ धर्मयुद्ध है।
- वहीँ सरकार को उम्मीद है कि, GST बिल की तरह सभी पार्टियाँ इस मुद्दे पर साथ आएँगी।
- साथ ही पीएम मोदी ने इस फैसले पर संसद और संसद के बाहर सपोर्ट की मांग की थी।
विपक्ष इन मुद्दों को बनाएगा निशाना:
- संसद का शीतकालीन सत्र बुधवार से शुरू हो रहा है।
- जिसमें विपक्ष केंद्र सरकार पर इन मुद्दों को लेकर हमला बोल सकता है।
- वन रैंक वन पेंशन,
- नोटबंदी,
- सर्जिकल स्ट्राइक,
- कश्मीर मुद्दा/ पाकिस्तान,
- और किसान।
9 प्रस्तावों पर होगी समीक्षा:
- इसके साथ ही संसद के शीतकालीन सत्र में 9 प्रस्ताव पेश किये जायेंगे।
- जिसमें GST से जुड़े 3 विधेयक और सरोगेसी (किराये की कोख) के साथ कुल 9 प्रस्तावों पर समीक्षा की जाएगी।
सरकारी खर्च देने पर बने आम सहमति:
- इसके साथ ही पीएम मोदी ने सर्वदलीय बैठक में सभी राजनीतिक दलों से लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराने पर चर्चा की।
- साथ ही उम्मीदवारों को सरकारी खर्च देने पर आम सहमति बनाने की अपील भी की थी।
- पीएम ने ये भी कहा था कि, यह फैसला किसी पर थोपा नहीं जा रहा है, लेकिन इस पर चर्चा की जरुरत है।