पिछले कुछ दिनों से चली आ रही राजनीतिक हलचलों के बाद जम्मू कश्मीर की पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) ने गुरुवार शाम हुई मीटिंग में महबूबा मुफ्ती को आधिकारिक रूप से मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित कर दिया है। राज्य में बीजेपी के साथ गठबंधन सरकार को लेकर गुरुवार को श्रीनगर में हुई पार्टी विधायकों की अहम बैठक में यह निर्णय लिया गया। गौरतलब है मुफ्ती मोहम्मद सईद के निधन के बाद से राज्य में अगले सीएम ने शपथ नहीं ली है। खबर है कि मेहबूबा 29 मार्च को शपथ ले सकती हैं। इससे पहले महबूबा शुक्रवार यानि आज गवर्नर से मुलाकात कर सकती हैं।
पीडीपी चीफ महबूबा को पार्टी ने सर्वसम्मति से विधायक दल का नेता चुना है, जिससे वह राज्य की पहली महिला मुख्यमंत्री होंगी। महबूबा अगर मुख्यमंत्री बनती हैं तो उन्हें विधानसभा या विधानपरिषद में से किसी एक का सदस्य बनना होगा और लोकसभा सीट से इस्तीफा देना पड़ेगा। आपको बता दें कि महबूबा अभी दक्षिणी कश्मीर के अनंतनाग निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा सदस्य हैं।
24 मार्च को हुई विधायक दल की मीटिंग में महबूबा ने पीएम मोदी के साथ हुई बातचीत की जानकारी दी। मीटिंग से पहले महबूबा साउथ दक्षिणी कश्मीर के अनंतनाग जिले में स्थित अपने पुस्तैनी शहर बिजबेहरा गईं थी। यहां उनके पिता और दिवंगत मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद की कब्र है। उन्होंने मंगलवार को दिल्ली में मोदी के साथ मुलाकात की थी। महबूबा ने मोदी के साथ मीटिंग को पॉजिटिव बताया था।
बता दें, बुधवार दोपहर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ महबूबा मुफ़्ती की मुलाक़ात से दोनों दलों के बीच नई समझ बनी। अभी तक अनेक मुद्दों पर अड़ियल रुख़ अपनाए महबूबा मुफ़्ती राज्य में बीजेपी के साथ नई सरकार बनाने को राज़ी हो गईं। महबूबा ने इसका संकेत साफ शब्दों में दिया, जब उन्होंने कहा, ‘जब आप देश के प्रधानमंत्री से मिलते हैं और अच्छी बात होती है तो आम लोगों के मसले हल होने का रास्ता ज़्यादा साफ़ हो जाता है।’
गौरतलब है कि राज्यपाल एनएन वोहरा ने पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती और प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष सत शर्मा को पत्र लिखकर उनसे शुक्रवार को मिलने को कहा है।