हरियाणा में ‘हरियाणा गोवंश संरक्षण एवं गोसंवर्धन अधिनियम 2015’ का कानून लागू होने के बावजूद गाय कि तस्करी हो रही है । एक रिपोर्ट से इस बात का भी खुलासा हुआ है कि हरियाणा में गाय कि तस्करी को लेकर लघभग सभी धर्मों के लोग शामिल हैं ।
एक रिपोर्ट के अनुसार पिछले आठ महीनों में हरियाणा में गाय की तस्करी के 513 मामले दर्ज किए गए हैं । इन मामलों में राज्य में 86 हिंदुओं, 421 मुसलमानों और करीब आधा दर्जन सिखों पर गाय की तस्करी और गाय से जुड़े दूसरे अपराधों के मामले दर्ज किए गए।
गोरक्षकों का आरोप है कि तस्कर खुद को बचाने के लिए हिंदुओं का इस्तेमाल कर रहे
- मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व में बीजेपी की सरकार ने हरियाणा में गोहत्या के खिलाफ कड़ा कानून बनाया है।
- इस ‘हरियाणा गोवंश संरक्षण एवं गोसंवर्धन अधिनियम 2015’ कानून को हरियाणा में लागु भी कर दिया गया है।
- कानून लागू होने के बावजूद गाय की तस्कारी बदस्तूर जारी है।
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- एक रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 8 महीनों में हरियाणा में गाय कि तस्करी के 513 मामले दर्ज किए गए हैं।
- हरियाणा के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि तस्करी में सभी धर्मों के लोग शामिल पाए गए हैं।
- इस मामले में 86 हिंदुओं, 421 मुसलमानों और 6 सिखों पर भी गाय तस्करी का मामला दर्ज हुआ है।
इन इलाकों में सब से ज्यादा तस्करी के मामले
- गाय की तस्करी के मामले में जो इलाके सबसे अधिक सामने आये हैं।
- उनमे मेवात, हिसार, फतेहाबाद, मेहम, भिवानी, रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, यमुनानगर और पानीपत हैं।
- गोरक्षा से जुड़े लोगों का आरोप है तस्कर खुद को बचाने के लिए हिंदुओं का इस्तेमाल कर रहे हैं।
- लेकिन वहीं कुछ अन्य लोगों का कहना है कि ये मामला कारोबार का है
- इस तस्करी को धर्म से जोड़ना उचित नहीं है।
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अपनी गायों को ले जाने पर भी परेशान किया जाता किसानों को
- भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष गुरनाम सिंह बताते हैं
- गो तस्करी की वजह से आम ग्राहकों को भी गायों को इधर से उधर ले जाना मुश्किल हो गया है।
- यहां तक कि किसानों को अपनी गायों को ले जाने पर भी परेशान किया जाता है।
- हरियाणा में गोरक्षा दलों की ओर से कथित गाय तस्करों की पिटाई के कई मामले सामने आ चुके हैं।
- कई इलाकों में बिरयानी में बीफ का इस्तेमाल करने को लेकर भी मारपीट हो चुकी है।
- हालांकि बिरयानी बेचने वालों के मुताबिक वो गाय नहीं बल्कि भैंस के मांस का उपयोग करते हैं।
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