भारत के सार्क सम्मेलन का बहिस्कार करने के बाद पाकिस्तान एकदम अलग-थलग पड़ता दिखाई दे रहा है. भारत के इस कदम का बांग्लादेश, अफगानिस्तान, नेपाल और भूटान जैसे सदस्य देशों का साथ भी मिला. इन देशों ने भी पाकिस्तान में होने वाले सार्क सम्मेलन में भाग लेने से मना कर दिया है.
पाकिस्तान को अंतर्राष्ट्रीय मंच पर अलग-थलग करने की कोशिशें सफल हो रही हैं. सार्क सम्मेलन स्थगित किया जा चूका है. अब भारत की नजर पाकिस्तान के मोस्ट फेवर्ड नेशन के दर्जे को छीनने की है. इस मुद्दे पर आज प्रधानमंत्री मोदी बैठक करने वाले हैं. अगर इस नीति में सफलता मिलती है तो पाक के लिए आर्थिक मोर्चे पर बहुत बड़ा झटका साबित होगा.
कूटनीति के सहारे पाक को सबक सिखाने की राह पर पीएम
- पीएम मोदी ने पाकिस्तान के साथ भारत के व्यापार विकल्पों पर बातचीत के लिए सीनियर ऑफिसर्स के साथ मीटिंग बुलाई थी.
- उन्होंने पाकिस्तान के साथ जल संधि पर भी मीटिंग बुलाई थी.
- पीएम मोदी प्रधानमंत्री ने कहा था कि खून और पानी साथ-साथ नहीं बह सकता.
- सार्क सम्मेलन को लेकर भारत का कड़ा रुख पाकिस्तान को अलग-थलग करने लगा है.
मोस्ट फेवर्ड नेशन:
- भारत ने पाकिस्तान को 1996 में एमएफएन का दर्जा दिया था.
- इसके बाद देश इस बात को लेकर आश्वस्त रहता है कि उसे व्यापार में नुकसान नहीं पहुंचाया जाएगा.
- इस स्टेटस के बाद पाक को ज्यादा आयात कोटा और कम ट्रेड टैरिफ मिलता है.
- यह वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन और इंटरनेशनल ट्रेड नियमों के अंतर्गत है.
- फिर भी पाक ने भारत को अब तक यह दर्जा नही दिया है.
UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें