मोदी सरकार अपने कार्यकाल का आखिरी पूर्ण बजट पेश करने जा रही है. इसके लिए संसद के बजट सत्र का पहला चरण 29 जनवरी से 9 फरवरी तक बुलाया गया है. इस दौरान सरकार 29 जनवरी को आर्थिक सर्वेक्षण पेश करेगी और फिर एक फरवरी को केंद्रीय बजट पेश किया जाएगा. लोकसभा और राज्यसभा के सदस्यों की संयुक्त बैठक के साथ सत्र शुरू होगा.
पीएम मोदी की अपील: ट्रिपल तलाक बिल पारित कराएँ
पीएम मोदी ने सभी दलों से अपील की और कहा कि ट्रिपल तलाक बिल पारित कराने में सहयोग देकर मुस्लिम महिलाओं को नए साल का तोहफा दें. वहीँ उन्होंने कहा कि देश का बजट अर्थव्यवस्था को मजबूत करने वाला होगा. पीएम मोदी ने कहा कि बजट सत्र महत्वपूर्ण है और दल से ऊपर देश होता है. सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों एक दूसरे की कमियों को उजागर कर उसे दूर करने का प्रयास करते हैं. उन्होंने कहा कि सभी दलों की बैठक में मैंने विपक्ष से अपील की है कि बजट सत्र का लाभ देश को मिले और रोड मैप बनाकर आगे बढ़ना होगा. सामान्य आदमी की जरूरतों को पूरा करने वाला बजट होगा. पीएम मोदी के बयान से रिफार्म और लोकलुभावन बजट को लेकर चर्चाएँ शुरू हो गई हैं.
राष्ट्रपति के अभिभाषण से शुरू होगा बजट सत्र
दिल्ली बजट सत्र का पहला दिन शुरू होगा जिसकी शुरुआत राष्ट्रपति सदन को सम्बोधित करने के साथ करेंगे. संसद में इकोनॉमिक सर्वे पेश होगा. 29 जनवरी यानी सोमवार से शुरू हो रहे इस सत्र में 1 फरवरी को बजट पेश किया जाएगा. इस दौरान कई महत्वपूर्ण विधेयक दोनों सदनों में लाए जाएंगे. राज्यसभा में अटके तीन तलाक विधेयक पर भी सरकार सर्वसम्मति बनाने का प्रयास करेगी. बजट सत्र के दौरान सरकार जहां राज्यसभा में लंबित एक बार में तीन तलाक संबंधी विधेयक के साथ अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा प्रदान करने संबंधी विधेयक को पारित कराना चाहती है. वहीं विपक्षी दल कानून एवं व्यवस्था की स्थिति, संवैधानिक संस्थाओं पर कथित प्रहार और जीएसटी तथा कारोबारियों की स्थिति, किसानों की समस्या जैसे विषयों पर चर्चा करना चाहती है.