करीब 15 साल बाद कोई भारतीय प्रधानमंत्री वियतनाम पहुंचा है, जहाँ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वियतनाम की राजधानी हनोई में जनसभा को संबोधित किया।
बौद्ध मंदिर कुआंग सू पगोडा में किया संबोधन:
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी वियतनाम यात्रा के दौरान 1000 साल पुराने कुआंग सू पगोडा के बौद्ध मंदिर पहुंचे।
- जहाँ उन्होंने वियतनाम के लोगों के नाम सन्देश दिया।
- गौरतलब है कि, स्वतंत्र भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ० राजेंद्र प्रसाद वियतनाम के दौरे पर यहाँ आये थे।
- जिस पर पीएम मोदी ने कहा कि, 1959 में भारत के राष्ट्रपति यहाँ आये थे, 57 साल बाद मुझे आने का मौका मिला है।
- उन्होंने आगे कहा कि, युद्ध का रास्ता कुछ लोगों को कुछ समय के लिए ही रुतबा दिखाने का मौका देता है।
- उन्होंने आगे कहा कि, बुद्ध का मार्ग शांति दिखाता है और शांति देता है।
- पीएम मोदी ने ये भी कहा कि, आज भी जो लोग अशांति और आतंक के मार्ग पर जा रहे हैं, उन्हें वियतनाम से सीख लेनी चाहिए।
- उन्होंने कहा कि, बुद्ध के संदेशों से बड़ा परिवर्तन लाया जा सकता है, वियतनाम इसका उदाहरण हैं।
- उन्होंने आगे कहा कि, सभी देशों को बम-बन्दूक वाले वियतनाम से सीखने चाहिए, जिसने बुद्ध का रास्ता अपना लिया है।
- पीएम मोदी ने आगे जारी रखते हुए कहा कि, दोनों देशों के बीच 2000 साल पुराने सम्बन्ध हैं।
- उन्होंने आगे कहा कि, कुछ लोग यहाँ युद्ध करने आये, हम शांति का सन्देश लेकर आये हैं।
- प्रधानमंत्री ने ये भी कहा कि, युद्ध ने आपको दुनिया से दूर किया, बुद्ध ने आपको भारत से जोड़ दिया।
- पीएम मोदी ने अपने संबोधन के अंतिम में कहा कि, मैं आपका यजमान हूँ, मैं आपको निमंत्र देता हूँ कि, भगवान बुद्ध की धरती पर आइये।
- भाषण के अंत में पीएम मोदी ने अपने सम्मान के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद किया।