प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज नमों एप के जरिए पूरे देश के किसानों के साथ संवाद कर रहे हैं। इस दौरान पीएम मोदी न केवल केंद्र सरकार के किसान हितैषी योजनाओं के बारे में बात कर रहे हैं बल्कि उनसे सीधा संवाद भी कर रहे हैं.
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज राष्ट्र के सभी राज्यों के किसानों से वीडियो कांफेरेंसिंग के जरिये बात कर रहे हैं. पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि सरकार का प्रयास है कि किसानों को खेती की पूरी प्रक्रिया में हर कदम पर मदद मिले, यानि बुआई से पहले, बुआई के बाद और फसल कटाई के बाद मदद मिले. उन्होंने 2022 तक लक्ष्य को पूरा करने की बात कही.
पीएम मोदी का संवाद:
-मुख्य रूप से चार मूल बिन्दुओं पर बल दिया जा रहा है। पहला, कच्चे माल की लागत कम से कम हो, दूसरा, उपज का उचित मूल्य मिले, तीसरा, उपज की बर्बादी रुके, और चौथा, आदमनी के वैकल्पिक स्रोत तैयार हों.
-देश के किसानों को फसलों की उचित कीमत मिले, इसके लिए इस बार के बजट में सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया। सरकार ने तय किया है कि अधिसूचित फसलों के लिए MSP, उनकी लागत का कम से कम डेढ़ गुना घोषित किया जाएगा.
-आज देश में न सिर्फ अनाज का, बल्कि फल-सब्जियों और दूध का रिकॉर्ड उत्पादन हो रहा है.
-वर्ष 2017-18 में खाद्यान उत्पादन 280 मिलियन टन से अधिक हुआ है जबकि 2010 से 2014 का औसत उत्पादन 250 मिलियन टन था। इसी तरह दलहन के क्षेत्र में भी औसत उत्पादन में 10.5% एवं बागवानी के क्षेत्र में 15% की वृद्धि दर्ज हुई है.
दुग्ध और मछली पालन:
-Blue Revolution या नीली क्रांति के अंतर्गत मछली पालन के क्षेत्र में 26% वृद्धि हुई तो दूसरी और पशुपालन व दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र में करीब 24% की वृद्धि हुई है:
-हमारा प्रयास है कि किसानों को खेती की पूरी प्रक्रिया में हर कदम पर मदद मिले, यानि बुआई से पहले, बुआई के बाद और फसल कटाई के बाद.
-सीधे तौर पर कहें तो फसलों के तैयार होने से लेकर बाजार में उसकी बिक्री तक, यानि ‘बीज से बाजार तक’ फैसले लिए जा रहे हैं। किसान कल्याण के लिए एक पूरी व्यवस्था बने, उस दिशा में हम बढ़ रहे हैं.
-बुआई से पहले किसान यह जान पाए कि किस मिट्टी पर कौन सी फसल उगानी चाहिए, इसके लिए सोल हेल्थ कार्ड शुरू किया गया। एक बार जब ये पता चल जाए कि क्या उगाना है तो फिर किसानों को अच्छी उन्नत के बीज मिले, उसे पूँजी की समस्या से गुजरना न पड़े, इसके लिए किसान ऋण की व्यवस्था की गई.
100 फीसदी नीम कोटिंग वाला यूरिया उपलब्ध:
-पहले खाद के लिए लंबी-लंबी कतारें हुआ करती थी लेकिन अब किसानों को आसानी से खाद मिल रहा है। आज किसानों के लिए 100% नीम कोटिंग वाला यूरिया देश में उपलब्ध है.
पीएम कृषि सिंचाई योजना के तहत आज देश भर में 99 सिंचाई परियोजनाएं पूरी की जा रहीं हैं। हर खेत को पानी मिले, इस लक्ष्य के साथ आगे बढ़ रहे हैं। किसानों को फसल को लेकर किसी भी तरह का जोखिम न हो, इसके लिए आज फसल बीमा योजना है.
फसल कटाई के बाद जब किसान का उत्पाद बाजार में पहुँचता है, उसमें उसे अपने उपज की सही कीमत मिले, इसके लिए ऑनलाइन प्लेटफार्म e-NAM शुरू किया गया है ताकि किसानों को अपनी उपज का पूरा पैसा मिल सके और सबसे बड़ी बात कि अब बिचौलिए किसानों का फायदा नहीं मार पाएंगे.