प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी दो दिवसीय ईरान की यात्रा पर हैं। ईरान में उनको गार्ड ऑफ़ हॉनर दिया गया। इस जोरदार स्वागत के बीच जन-गण-मन की गूंज से पूरा हॉल गुंजायमान था।
भारत और ईरान के बीच इस दौरे पर 12 समझौते हुए।
भारत और ईरान के बीच चाबहार समझौता हो गया है। चाबहार ईरान का एक बंदरगाह है। अब बिना पाकिस्तान गए अफगानिस्तान जाने का रास्ता खुल गया है। व्यापार की दृष्टि से इसे बड़ी सफलता माना जा रहा है। ईरान से तेल आयात दोगुना करने में मदद मिलेगी। इस समझौते के बाद पाकिस्तान और चीन पर दवाब बनेगा। व्यापार, निवेश, ऊर्जा साझेदारी, संस्कृति आदि क्षेत्रों में आपसी सहयोग स्थापित करना ईरान और भारत की प्राथमिकता है।
बातचीत के बाद ईरान के राष्ट्रपति हसन रोहानी और पीएम मोदी ने साझा बयान जारी किया।
पीएम मोदी के वक्तव्य के मुख्य अंश:
- ईरान की यात्रा मेरे लिए सुखद अनुभूति है।
- ईरान के साथ दोस्ती बढ़ाना और व्यापार, कला, संस्कृति टेक्नोलॉजी आदि क्षेत्रों में हम साथ मिलकर काम करेंगे।
- ईरान पहला ऐसा देश था तो गुजरात में आये भूकंप के दौरान मदद को आगे आया।
- ईरान ने हमारे कठिन समय में हमारा साथ दिया है।
- ईरान की डिप्लोमैसी की जितनी तारीफ की जाये कम है और ईरान का दृष्टिकोण सकारात्मक रहा है।
- हम दोनों देश एक दूसरे के साथ मिलकर वैश्विक नीतियों पर अपने विचार साझा करेंगे।
- जिन समझौतों पर आज हस्ताक्षर हुए हैं वो दोनों देशों के लिए महत्वपूर्ण है।
- रेलवे, गैस शिक्षा आर्थिक क्षेत्रों में एक दूसरे के कंधे से कंधा मिलाकर आगे बढ़ेंगे।
- चाबहार समझौता इस कड़ी में सबसे अहम है। हम जल्दी से जल्दी समझौते के महत्पूर्ण बिंदुओं पर आगे बढ़ेंगे।
- भारत और ईरान शांति और समृद्दि के अलावा आतंकवाद के खिलाफ भी साथ खड़े रहेंगे।