प्रधानमंत्री नरेेन्द्र मोदी देश से 34वीं बार ‘मन की बात’ कर रहे है। पीएम मोदी ने इस बार ‘मन की बात’ में देशवासियों को आने वाले त्योहारों की बधाई दी। उन्होंने GST के सफलतापूर्वक लागू किये जाने पर देशवासियों का धन्यवाद किया। साथ ही ‘मन की बात’ करते हुए पीएम मोदी ने आज़ादी के लिए हुए आंदोलनों के बारे में बात की और साथ ही उन आंदोलनों में अपनी जिंदगी लुटाने वाले स्वतंत्रता सेनानियों को भी याद किया। साथ ही देश को नई ऊँचाइयों पर पहुँचाने का संकल्प लेने की बात की।
अति वर्षा प्राकृतिक आपदा-
- पीएम मोदी ने इस बार मन की बात की शुरुआत भारी बारिश और बाढ़ से की।
- हर कोई वर्षा के आगमन पर प्रफुल्लित हो जाता है लेकिन कभी-कभी वर्षा विकराल रूप लेती।
- उन्होंने कहा कि पर्यावरण में बदलाव आने से उसका प्रभाव दिख रहा है।
- देश के कई हिस्से अति वर्षा के कारण प्राकृतिक आपदा से ग्रसित हैं।
- मनुष्य का मन ही ऐसा है कि वर्षाकाल मन के लिये बड़ा लुभावना काल होता है।
- लेकिन कभी-कभी वर्षा विकराल रूप लेती है।
- कुछ दिनों से भारत के कुछ हिस्सों में विशेषकर असम, नार्थ-ईस्ट, गुजरात, राजस्थान, बंगाल,अति-वर्षा के कारण प्राकृतिक आपदा झेलनी पड़ी है।
- बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की पूरी मॉनिटरिंग हो रही है।
- व्यापक स्तर पर राहत कार्य किए जा रहे।
- भारत सरकार की तरफ से सेना, NDRF, अर्द्धसैनिक बल बाढ़ पीड़ितों की सहायता कर रहे।
- बाढ़ की परिस्थिति से निपटने के लिए हेल्पलाइन नंबर 1078 लगातार चौबीस घंटे काम कर रहा है।
जीएसटी सफलता की नई ऊंचाई-
- ‘मन की बात’ में पीएम मोदी ने GST को लेकर चर्चा की।
- GST को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि यह दुनिया के लिए एक केस स्टडी बनेगा।
- पीएम मोदी ने कहा कि GST के लागू हुए क़रीब एक महीना हुआ है और उसके फ़ायदे दिखने लगे हैं।
- उन्होंने कहा कि जीएसटी ने हमारी अर्थव्यवस्था पर एक बहुत ही सकारात्मक प्रभाव और बहुत ही कम समय में उत्पन्न किया है।
- उन्होंने बताया कि इस बार GST को लेकर के इतनी चिट्ठियां आई हैं, इतने सारे फोन कॉल आए हैं।
- लोग जीएसटी के संदर्भ में खुशी भी व्यक्त करते हैं और जिज्ञासा भी जताते हैं।
- GSTApp पर आप भलीभांति जान सकते हैं कि GST के पहले जिस चीज़ का जितना दाम था, तो नई परिस्थिति में कितना दाम होगा।
- आगे ‘मन की बात’ करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि सरकार की प्राथमिकता है कि इससे गरीब की थाली पर कोई फर्क ना पड़े
- GST सिर्फ टैक्स रिफॉर्म नहीं है, एक नयी ईमानदारी की संस्कृति को बल प्रदान करने वाली अर्थव्यवस्था है।
- पीएम मोदी बोले कि मन की बात के लिए मुझसे ज्यादा आम जनता तैयारी करती है।
भारत छोड़ो आंदोलन के 75 साल-
- 34वीं बार ‘मन की बात’ कर रहे पीएम मोदी ने बताया कि हम सभी भारत छोड़ो आंदोलन के 75 साल मनाने जा रहे हैं।
- उन्होंने अगस्त का महीना क्रांति का महीना बताया।
- आगे उन्होंने कहा कि अगस्त में आजादी के लिए अनेक आंदोलन हुए।
- आजादी के लिए पूरे देश ने संघर्ष किया, आंदोलन के कारण अंग्रेजी हुकूमत भारत छोड़ने को मजबूर हुई।
- 9 अगस्त, 1942 को महात्मा गांधी ने भारत छोड़ो आंदोलन का आह्वान किया लेकिन कई बड़े नेता जेल में थे।
- हर कोई कंधे से कंधा मिलाकर अंग्रेजों के खिलाफ खड़ा हुआ।
- देश के लाखों नवजवान अपनी पढ़ाई छोड़कर आजादी की लड़ाई के लिए आगे आये थे।
- आजादी के लिए जो बलिदान दिए गए उससे बड़ी प्रेरणा क्या हो सकती है?
1942 से 1947 तक का समय बहुत महत्वपूर्ण-
- ‘मन की बात’ में पीएम मोदी ने बताया कि 1942 से 1947 तक का समय बहुत महत्वपूर्ण था।
- 1942 से 1947 तक पांच साल निर्णायक थे।
- 1947 से कई सरकारे आई।
- पीएम मोदी ने बताया कि 1857 से शुरू हुआ स्वतंत्रता संग्राम 1942 तक किसी न किसी रूप में चलता रहा।
- पीएम ने 9 अगस्त को याद कर इस वर्ष स्वतंत्रता दिवस मानाने का विचार रखा।
- आगे उन्होंने कहा कि हमारी नई पीढ़ी को जानना चाहिए कि 9 अगस्त, 1942 को क्या हुआ था?
आतंकवाद भारत छोड़ो का संकल्प-
- 34वीं बार ‘मन की बात’ करते हुए उन्होंने कहा कि गरीबी भारत छोडो, भुखमरी भारत छोड़ो, आतंकवाद भारत छोड़ो का संकल्प लें।
- पीएम मोदी ने कहा कि 15 अगस्त 2017 को हम संकल्प पर्व के रूप में मनाएं।
- साथ ही कहा कि 2022 में आज़ादी के 75 साल के मौके पर हम उस संकल्प को सिद्धि में परिणत करके रहेंगे।
- आगे उन्होंने कहा कि 1942 से 1947 से संकल्प से सिद्धि के निर्णायक वर्ष रहे।
- 2017 से 2022 तक भारत के भविष्य के लिए निर्णायक रहेंगे।
- नए भारत का संकल्प लेकर हमें आगे बढ़ना है.
‘भाषण छोटा करने की कोशिश करूंगा’-
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 15 अगस्त, देश के प्रधान सेवक के रूप में मुझे लाल क़िले से देश के साथ संवाद करने का अवसर मिलता है।
- पीएम मोदी ने कहा कि मुझे शिकायत मिली है कि मेरा 15 अगस्त का भाषण लंबा हो जाता है।
- इस बार मैंने सोचा है कि मैं लाल किले का भाषण छोटा करूंगा।
- 5 अगस्त को इस बार 40-50 मिनट का छोटा भाषण देने की कोशिश करूंगा।
त्योहार से रिश्तों में मिठास आती है-
- पीएम मोदी ने कहा कि त्योहार से रिश्तों में मिठास आती है, व्यक्ति से समाज को जोड़ते हैं।
- हमारे हर त्योहार, ग़रीब-से-ग़रीब की आर्थिक जिंदगी के साथ सीधा सम्बन्ध रखते हैं।
- प्रधानमंत्री ने कहा कि राखी के साथ लाखों लोगों का रोजगार जुड़ा होता है।
- राखी बनाने वाले, बेचने वाले, मिठाई वाले- हज़ारों-सैकड़ों का व्यवसाय एक त्योहार के साथ जुड़ता है।
- दीपावली के दीपों का सीधा-सीधा सम्बन्ध छोटे-छोटे मिट्टी के दीये बनाने वाले ग़रीब परिवारों से है।
- आगे उन्होंने कहा कि सार्वजनिक गणेश उत्सव का एक महत्व है।
- यह वर्ष सार्वजनिक गणेशोत्सव का 125वां वर्ष है।
- लोकमान्य तिलक जी ने गणेश चतुर्थी के इस महान परम्परा को प्रारंभ किया था।
- गणेश उत्सव के अवसर पर ‘इको फ्रेंडली गणेश’ (मिट्टी के बनी मूर्ति) का संकल्प लें।
बेटियों ने जीता 125 करोड़ लोगों का दिल-
- ‘मन की बात’ करते हुए पीएम मोदी ने महिला क्रिकेट टीम की खिलाड़ियों की प्रशंसा की।
- उन्होंने कहा कि बेटियों ने विश्व कप नहीं तो क्या 125 करोड़ देशवासियों का दिल जीता है।
- आगे उन्होंने कहा कि मुझे इसी सप्ताह उन सभी खिलाड़ी बेटियों से मिलने का मौक़ा मिला।
- उन्होंने कहा कि उनसे बातें करके मुझे बहुत अच्छा लगा।