प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज पांच दिन की स्वीडन और ब्रिटेन की यात्रा पर रवाना हो रहे हैं। इससे पहले पीएम मोदी ने कहा कि वह इस यात्रा के दौरान व्यापार, निवेश और स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में दोनों देशों के बीच आपसी साझेदारी को और भी मजबूत करने को लेकर आशान्वित हैं। इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री भारत वापस आते समय बर्लिन में ठहरेंगे। वहीं यात्रा के दौरान पीएम मोदी सबसे पहले स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम जायेंगे, जहां प्रधानमंत्री स्टेफान लोफवेन से मुलाकात करेंगे।
पीएम लंदन में कॉमनवेल्थ समिट में लेंगे हिस्सा:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज पांच दिन की विदेश यात्रा पर रवाना हों रहे हैं। वे पहले स्वीडन और उसके बाद ब्रिटेन जाएंगे। ब्रिटेन की उनकी यह यात्रा खास होगी। वे स्वीडन से मंगलवार रात को लंदन पहुंचेंगे। यहां मोदी कॉमनवेल्थ समिट में हिस्सा लेंगे। वे बुधवार को ऐतिहासिक सेंट्रल हाल वेस्टमिंस्टर में भारतीयों के साथ ही दुनियाभर के लोगों को ‘भारत की बात, सबके साथ’ कार्यक्रम को संबाेधित करेंगे।
India and Sweden will jointly organize the India-Nordic Summit in Stockholm on 17th April. I look forward to holding talks with leaders of Finland, Norway, Denmark and Iceland during the Summit. https://t.co/y9VBqRMBNZ
— Narendra Modi (@narendramodi) April 15, 2018
प्रधानमंत्री स्वीडन नॉर्डिक सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए पहुंचेंगे। स्वीडन और भारत के प्रधानमंत्री मंगलवार को द्विपक्षीय वार्ता में हिस्सा लेंगे। इस दौरान वह शीर्ष कारोबारियों, नेताओं, से भी मुलाकात करेंगे।
भारत में निवेश के लिए प्रधानमंत्री मोदी व्यापारियों से मुलाकात करेंगे और स्मार्ट सिटी जैसे क्षेत्रों में सहयोग के लिए भावी रोडमैप तैयार करेंगे। स्वीडन के बाद प्रधानमंत्री मोदी ब्रिटेन जाएंगे, जहां वह अपनी समकक्ष टेरीजा मे से मुलाकात करेंगे और राष्ट्रमंडल देशों के शासनाध्यक्षों के साथ बैठक में हिस्सा लेंगे।
Looking forward to strengthening India-UK relations during my visit to UK, which begins on 18th April. Sectors such as healthcare, innovation, digital technology and cyber security will be among the core focus areas during the visit. https://t.co/9RPXg3fRn3
— Narendra Modi (@narendramodi) April 15, 2018
पीएम ने कहा कि लंदन की मेरी यात्रा दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करेगी और इसे नई गति प्रदान करेगी। इस दौरान मैं स्वास्थ्य , नवोन्मेष, डिजिटलीकरण, इलेक्ट्रिक मोबिलिटी, स्वच्छ ऊर्जा और साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में साझेदारी को बढ़ाने पर जोर दुंगा।