[nextpage title=”Double Surgical Strike in POK” ]
बीते दिनों उरी हमले का जवाब देते हुए भारतीय सेना के कमाण्डों ने POK में घुसकर सर्जिकल स्ट्राईक की थी। जिसके बाद से ही पाकिस्तान में इस हमले का विरोध शुरू हो गया है।वास्तव में भारत द्वारा POK में सर्जिकल स्ट्राईक एक नहीं दो बार की गयी थी। पहली सर्जिकल स्ट्राईक के दौरान भारतीय पैरा कमांडो पाक के कब्जे वाले कश्मीर से 20 आतंकियों को अपने साथ पकड़कर भी लाए थे।
अगले पेज पर जाने सर्जिकल स्ट्राइक का सच…
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POK में मौजूद आतंकी कैम्पों की मिली जानकारी :
- भारत द्वारा POK में दो चरणों में सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया गया था।
- पहली बार 20 सितंबर को और दूसरी 28 सितंबर की रात जिसके बारे में सभी को पता है।
- उरी हमले के दो दिन बाद ही 9 पैरा यूनिट के कमांडो POK में घुस गए थे।
- उस दौरान 10th डोगरा और 6th बिहार रेजीमेंट्स के जवानों ने उनकों कवर सुरक्षा प्रदान की थी।
- इसके बाद वे 20 आतंकवादी साथ भी लाये गए थे जिससे कश्मीर में मौजूद आतंकी कैम्पों की जानकारी सेना को मिल सके।
- भारतीय सेना ने इस बात का खंडन करते हुए सिर्फ 29 सितंबर को ही सर्जिकल स्ट्राईक की बात को स्वीकार किया है।
जाने सर्जिकल स्ट्राईक की पूरी कहानी :
- पहले सेना ने अपने मुख्यालय में इस घटना को अंजाम देने के लिए पूरा खांका तैयार किया।
- फिर 19 सितंबर को दिल्ली से डोगरा और बिहार रेजीमेंट्स, 9 पैरा और 3 पैरा यूनिट के कमांडो के साथ LOC पहुंची।
- सेना के सभी जवान MI-17 हैलीकॉप्टर से उतरकर रेंगते हुए POK में घुसे थे।
- जिस दौरान 9 पैरा यूनिट के जवान वहां मौजूद आतंकवादियों के कैम्प तबाह कर रहे थे तब कुछ पाकिस्तानी सैनिकों ने इसका विरोध किया।
- पूरी सर्जिकल स्ट्राईक के दौरान पावरफुल ड्रोन कैमरे उनकी पूरी योजना को रिकॉर्ड कर रहे थे।
- इस स्ट्राईक के दौरान पाक सेना के भी कई जवान मारे गए थे।
- परन्तु अभी तक पाकिस्तान सेना द्वारा इस बात को नहीं स्वीकारा गया है।
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