राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी अफ्रीकी देशों की यात्रा पर हैं, इस दौरान राष्ट्रपति पश्चिमी अफ्रीकी देश घाना पहुंचे और भारत-घाना व्यापार मंच की बैठक को सम्बोधित किया। मालूम हो कि राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी पश्चिमी अफ्रीकी देश घाना की यात्रा करने वाले पहले भारतीय राष्ट्रपति हैं। यह पहला मौका है जब किसी भारतीय राष्ट्रपति ने घाना की सरजमीं पर कदम रखा है।
- इस दौरान राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने घाना में भारतीय निजी कंपनियों से निवेश की वकालत करते हुए कहा कि दोनों देशों के बीच का व्यापारिक और आर्थिक सहयोग सरकारों द्वारा प्रायोजित प्रोजेक्ट्स से भी आगे बढ़ना चाहिए।
- यहां राष्ट्रपति भारत-घाना व्यपार मंच को सम्बोधित कर रहें थे जिस दौरान उन्होने यह बात कही।
- पश्चिमी अफ्रीकी देश में इस बैठक का आयोजन भारतीय उद्योग मण्डल सीआईआई तथा असोसिएशन ऑफ घाना इंडस्ट्रीज और घाना चैम्बर ऑफ कामर्स ऐंड इंडस्ट्रीज ने किया था।
- भारतीय राष्ट्रपति ने कहा कि हमने देखा है कि नपा-तुला विदेशी निवेश विकासशील देशों को तीव्र गति से आगे बढ़ाने में सहायक रहा है।
- इस दौरान राष्ट्रपति ने भारत की व्यापारिक स्थितियों को साझा करते हुए कहा कि भारत उन कुछ गिने चुने देशों में से एक है जहां बड़ी- बड़ी कंपनियों के साथ ही छोटे और मध्यम उद्योग भी विकसित हुए हैं।
- राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने ने कहा कि भारतीय उद्योगों ने अनुकूलनशीलता को अपनाया है, और भारतीय उद्योगों को अपना यह अनुभव घाना की कंपनियों के साथ बांटकर खुशी होगी।
- राष्ट्रपति ने बैठक को सम्बोधित करते हुए कहा कि भारत में जहां एक तरफ रोजगार सृजित हुए हैं और संपत्ति वितरण सुनिश्चित हुआ हैं वहीं दूसरी तरफ बुनियादी ढांचे और विदेशी सम्बंधों का विकास हुआ है।
- राष्ट्रपति ने कहा कि भारतीय उद्यमी जानते हैं कि विकसित देशों को पर्यावरण के अनुकूल माहौल देने वाली प्रौद्योगिक को प्राथमिकता देनी होगी। और टेक्नोलाजी देश के आर्थिक विकास के अनुरूप होने के साथ ही उसकी सामाजिक जरूरतों के हिसाब से भी होगी।
UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें