भारत और चीन की सेनाओं के मध्य जारी गतिरोध के बीच राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद सैनिकों का हौसला बढ़ाने के जम्मू-कश्मीर के लिए एक दिवसीय दौरे पर लेह-लद्दाख पहुंचे। राष्ट्रपति का पद संभालने के बाद दिल्ली से बाहर अपने पहले दौरे में सोमवार को उन्होंने लद्दाख स्काउट्स को प्रेसीडेंट्स कलर्स अवॉर्ड प्रदान किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि उनका जम्मू एवं कश्मीर का दौरा सशस्त्र बलों को समर्पित है। इस दौरान सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत भी मौजूद रहे।
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सैनिकों के बीच बहुत खुश हूं :
- उन्होंने कहा, राष्ट्रपति के रूप में कार्यभार संभालने के बाद यह दिल्ली के बाहर मेरी पहली यात्रा है।
- मैंने अपने पहले दौरे के लिए जम्मू एवं कश्मीर के खूबसूरत लेह को चुना और मैं हमारे सैनिकों के बीच में बहुत खुश हूं।
- कोविंद ने स्काउट्स से हिंदी में कहा, “सशस्त्र बलों के सर्वोच्च कमांडर होने के नाते यह दौरा जवानों को समर्पित है।”
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सैनिकों की बहादुरी की प्रशंसा की :
- राष्ट्रपति कोविंद ने इस मौके पर लद्दाख के स्काउट्स की प्रशंसा की।
- राष्ट्रपति ने उनके 1947-48 के संघर्ष,
- चीन से 1962 के युद्ध,
- पाकिस्तान से 1971 के युद्ध व 1999 के कारगिल संघर्ष में उनकी बहादुरी को याद किया।
- उन्होंने कहा, सबसे कठिन जलवायु परिस्थितियों में से एक में तैनात आपकी बहादुरी आपकी संख्या से बड़ी है।
- उन्होंने कहा, हमने सभी परिस्थितियों में अपने राष्ट्र की संप्रभुता की सुरक्षा का प्रण लिया है।
- मुझे विश्वास है कि हम इसे पूरा करेंगे और अपने देश के सम्मान व गर्व को बनाए रखेंगे।
- प्रेसीडेंट कलर्स युद्ध व शांति काल दोनों के दौरान असाधारण सेवा देने के सेना की एक ईकाई को दिया जाने वाला सर्वोच्च सम्मान है।यह भी पढ़ें… चीन के साथ तनाव के बीच लद्दाख जाएंगे राष्ट्रपति कोविंद!