ये तस्वीर झारखण्ड की 14 वर्षीय एक लड़की की है, जिसका नाम प्रियंका मुरमू है। रोजाना पीठ पर बस्ता टांगकर स्कूल जाने वाली प्रियंका के लिए 6 मई का दिन बहुत ही खास था। खास इसलिए क्योंकि इस दिन वह एक छात्रा बनकर नहीं बल्कि एक प्राचार्या बनकर स्कूल पहुंची थी। प्रियंका की खुशी का उस वक्त ठिकाना नहीं रहा, जब उसे पता चला कि एक दिन के लिए उसे हाई स्कूल का प्राचार्या बनाया जाएगा। एक दिन की प्राचार्या बनी प्रतिभावान प्रियंका मुरमू ने शनिवार को बड़ी ही जिम्मेदारी से पूरे दिन के कार्यभार को संभालते हुए सभी कक्षाओं का दौरा कर मध्यान्ह भोजन का जायजा लिया। जिसके बाद इस प्रतिभावान बच्ची को शिक्षकों ने पुष्प गुच्छ देकर सम्मानित किया।
एक दिन की प्रचार्या बनी प्रियंका मुरमू :
- रांची के पूर्वी सिंहभूम के दुरकु गांव के उच्च विद्यालय में 14 वर्षीय एक प्रतिभाशाली लड़की पढ़ती है।
- जिसे एक दिन के लिए स्कूल की मानद प्राचार्य बनाया गया।
- इस प्रतिभावान बच्ची का नाम प्रियंका मुरमू है।
- प्राचार्य बनने के अनुभव को प्रियंका मुरमू ने साझआ की अपनी बातें।
- कहा कि वह अपने अकादमिक लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करेगी और एक दिन वास्तव में इस पद तक पहुंचेगी।
सभी कक्षाओं का दौरा कर लिया मध्यान्ह भोजन का जायजा :
- 14 वर्षीय लड़की का एक दिन के लिए प्रचार्य बनने को लेकर प्रियंका के साथ-साथ स्कूल के प्राचार्य समेत पूरा गांव खुश हुआ।
- प्रियंका को स्कूल प्राचार्य सुनील यादव और गांव के मुखिया लक्ष्मी चरण सिंह प्राचार्य के चैंबर तक लेकर गए।
- वह प्राचार्य की कुर्सी पर बैठी और स्कूल की प्रार्थना में शामिल हुई।
- दसवीं कक्षा की छात्रा प्रियंका ने सभी कक्षाओं का दौरा किया।
- मध्यान्ह भोजन की तैयारी का जायजा लिया और छात्रों को परोसे जाने से पहले भोजन चखा।
- एक दिन के लिए स्कूल प्राचार्य बनाने का विचार उप जिलाधिकारी संजय कुमार पांडे का था।