देश भर में जहाँ एक ओर वीआइपी कल्चर को ख़त्म कर एक मई से सभी गाड़ियों से लाल बत्ती हटा दी जायेगी. वहीँ दूसरी ओर पंजाब के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह बादल द्वारा इस दिशा में एक और कदम उठाया गया है. जिसके तहत अब उन्होंने राज्य में क़ानून व्यवस्था बनाने के लिए अपनी सुरक्षा में कमी कर दी है, यानी अपने सुरक्षा कर्मी घटा दिए हैं.
वीआइपी कल्चर को ख़त्म करने की डाली थी नींव :
- केंद्र सरकार द्वारा बीते दिनों एक आदेश जारी किया गया है जिसके तहत अब देश भर में वीआइपी कल्चर को समाप्त कर दिया गया है.
- आपको बता दें कि सरकार द्वारा इस कल्चर को ख़त्म करते हुए सभी मंत्रियों व अफसरों की गाड़ियों से लाल बत्ती हटाने की मांग की गयी है.
- आपको बता दें कि सरकार द्वारा इस आदेश के जारी होते ही कई मंत्रियों द्वारा अपनी गाड़ियों से लाल बत्ती हटा दी गयी थी.
- गौरतलब है कि देश में एक प्रथा की तरह माने जाने वाले इस वीआइपी कल्चर को ख़त्म करने की नींव पंजाब के सीएम द्वारा डाली गयी थी.
- अमरिंदर सिंह द्वारा अपने पद को संभालने के साथ ही इस नियम को ख़त्म कर दिया गया था.
- जिसके बाद अब इसी दिशा में एक और कदम उठाते हुए उन्होंने अपनी सुरक्षा कम कर दी है.
- ऐसा इसलिए किया गया है ताकि राज्य में क़ानून व्यवस्था को सही तरह से चलाया जा सके.
- आपको बता दें कि पहले उनकी सुरक्षा में 1392 सुरक्षाकर्मी थे.
- जिसके बाद उन्होंने अब अपनी सुरक्षा के लिए 1016 सुरक्षाकर्मियों को निर्धारित किया है.
- बाकी बचे सुरक्षाकर्मियों को विभिन्न विभागों में भेज सुरक्षा व्यवस्था को और मज़बूत किया जा रहा है.
- आपको बता दें कि ऐसे ही एक छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमण सिंह भी है.
- रमण सिंह ने करीब आठ सालों से अपनी गाड़ी से लाल बत्ती को हटा रखा है साथ ही प्रदेश में वीआइपी कल्चर का अंत किया है.
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