आज पूरा देश ‘भारत छोड़ो आंदोलन‘ की 75वीं वर्षगांठ मना रहा है। 75 साल पहले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के नेतृत्व में ‘करो या मरो’ के नारे के साथ देश के सबसे बड़े आंदोलन का आगाज हुआ था।
‘भारत छोड़ो आंदोलन’ के 75 वर्ष हुए पूरे-
- नौ अगस्त 1942 को ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ की शुरूआत हुई थी।
- इसी आंदोलन में महात्मा गांधी ने ‘करो या मरो’ का नारा दिया था।
- इस आंदोलन ने ब्रिटिश हुकूमत की जड़ें हिलाकर रख दिया था।
- इसके खास बात यह थी कि इस आंदोलन में पूरा देश शामिल हुआ था।
- यह आंदोलन सोची-समझी रणनीति का हिस्सा था।
जनता ने खुद किया अपना नेतृत्व-
- आंदोलन की आरंभ होते ही ब्रिटिश हुकूमत डर गई थी।
- अंग्रेजी हुकूमत ने एक भी नेता को नहीं बख्शा।
- उन्होंने गांधी, नेहरू, आजाद, अपटेल समेत कई बड़े नेताओं को गिरफ्तार कर लिया।
- उन्होंने सोचा कि ऐसा करने से शायद यह आंदोलन ठंडा पड़ जायेगा।
- लेकिन नेताओं की गिरफ्तारी की बाद जनता ने आंदोलन की बागडोर अपने हाथ में ले ली।
- ये अंहिसक आंदोलन था पर आंदोलन में रेलवे स्टेशनों, सरकारी भवनों आदि पर हिंसा शुरू हो गई।
- हिंसा के लिए अंग्रेज सरकार ने कांग्रेस और गांधी को उत्तरदायी ठहराया।
- पर लोग अहिंसक तौर पर भी आंदोलन करते रहे।
- इसकी व्यापकता को देखते हुए अंग्रेजों हुकूमत को यकीन हो गया था कि उन्हें अब उन्हें भारत छोड़ने पड़ेगा।
- पूरे देश में ऐसा माहौल बन गया कि भारत छोड़ो आंदोलन अब तक का सबसे विशाल आंदोलन साबित हुआ।
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