आरबीआई के गर्वनर रघुराम राजन 4 सितंबर को अपना कार्यकाल पूरा करने वालेे है। 53 साल के राजन पिछली यूूपीए सरकार के दौरान सिंतबर 2013 में रिर्जव बैक के गर्वनर बनाये गये थेे। उनसे पहले आरबीआई के गर्वनर डी सुब्बाराव थेे जिनकेे कार्यकाल सिंतबर 2013 में खत्म हो गया था। पहले ऐसी अटकले लगाई जा रही थी कि राजन दोबारा एक बार फिर आरबीआई के गर्वनर नियुक्त हो सकते है लेकिन ये बात उन्होने खुुद साफ कर दी है कि वो दोबारा आरबीआई के गर्वनर के तौर पर नियुक्त नही होना चाहते है।
रघुराम राजन ने आरबीआई में काम कर रहे अपने सहयोगियोंं के द्वारा ये संदेश दिया है कि वो अपने केंद्रीय बैंक के प्रमुुख के तौर पर दोबारा कार्यकाल नही चाहते। अपने कार्यकाल को पूरा करने के बाद के वो शैक्षिक गतिविधियों में व्यस्त होना चाहते है। भारत के वित्त मंंत्री अरूण जेटली ने रघुराम राजन के इस फैसले का स्वागत किया है।
रघुराम राजन ने अपने संदेश में ये भी कहा है कि अभी मुद्रास्फीति, बैंकों की बही-खातों की सफाई के अलावा बहुत से काम पूरे नही हुए है। मुुझेे पूरी उम्मीद है कि मेरे बाद जो भी आरबीआई के गर्वनर पद की जिम्मेदारी संंभालेगा वो इन सभी अध्ाूरे कामों को पूरा करने की पूरी कोशिश करेगा।
आपको बताते चले कि रघुराम राजन की गिनती देश के बेहतरीन अर्थशास्त्रियों में की जाती है। 2008 में जब विश्व भर में वित्तीय संकट की स्थिति उत्पन्न हुुई थी तो इस संंकट की भविष्यवाणी उन्होंने पहले ही कर दी थी। उनके बाद आरबीआई का गर्वनर कौन होगा, इसको लेकर कई नाम सामने आ रहे है। अगले आरबीआई गवर्नर पद की रेस में पूर्व वित्त सचिव विजय केलकर, आरबीआई के मौजूदा डिप्टी गवर्नर उर्जित पटेल, एसबीआई प्रमुख अरुंधति भट्टाचार्य, वित्त मंत्री के पूर्व सलाहकार पार्थसारथी सोम जैसे दिग्गजों का नाम शामिल है।