काग्रेंस पार्टी के वाइस प्रेसिडेंट राहुल गांधी ने आज असम में एक रैली के दौरान मोदी सरकार और आरएसएस की आलोचना करते हुए कहा कि पिछलें कुछ दिनों से लगातार मोदी सरकार अपनी राजनीतिक ताकत का दुरूपयोग कर एक खास विचारधारा देशवासियों पर थोपना चाहती है। उन्होंने कहा कि बीजेपी की विचारधारा धर्म के नाम पर लोगों को लड़ाने की रही है। मोदी सरकार की असफलताओं को गिनातें हुए उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार जनता के भरोसे पर नाकाम साबित हुई है,इसलिए मूल मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए यह सरकार देश की राजनीति को साम्प्रदायिक रंग देने में लगी हुई है।
गौरतलब इससे पहले, लखनऊ में मोहन भागवत ने बीजेपी के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा था कि भारत माता की जय का नारा किसी पर थोपना नहीं चाहिए बल्कि आपको कुछ ऐसा करना चाहिए कि आपकी उपलब्धियों को देखकर लोग खुद ही भारत माता की जय बोलने लगे ।
राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने यह भी कहा था कि समाज के दुख-दर्द को दूर करने के लिए संघ लोगों की सेवा करता है। हम किसी मजबूरी, भय या मेवा प्राप्त करने के लिए नहीं, बल्कि आत्मप्रेरणा से सेवा करते हैं। उन्होंने कहा था कि हम अपने स्तर से व्यवस्था करके सेवा करते हैं, किसी संगठन की मदद से नहीं।
बताते चले कि भारतीय जनता पार्टी पर पिछले कई दिनों से तमाम विपक्षी नेता यह आरोप लगा रहे हैं कि केंद्र सरकार जबरन एक खास किस्म की विचारधारा देशवासियों पर थोपने की कोशिश कर रही है। आरोप प्रत्यारोपों का सिलसिला पिछले कई दिनों से यूं ही चल रहा है जो कभी राहुल गांधी के रूप में तो कभी ओवैसी के रूप में सामने आता रहता हैं।