प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद के बजट सत्र के पहले चरण में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा की। पीएम ने विपक्ष के जोर हंगामे के बीच लोकसभा में बोलना शूरू किया। विपक्ष का कहना था कि उसे अपनी बात कहने नहीं दिया जा रहा है और उसकी आवाज को दबाया जा रहा है। विपक्षी नेता भाषणबाजी नहीं चलेगी, जुमलेबाजी बंद करो के नारे लगा रहे थे। प्रधानमंत्री ने विपक्ष की नारेबाजी के बीच मशहूर शायर डॉ. बशीर बद्र के दो शेरों को पढ़ा। पीएम ने कहा, ‘दुश्मनी जम कर करो लेकिन ये गुंजाइश रहे, जब कभी हम दोस्त हो जाएं तो शर्मिंदा न हों’। पीएम मोदी के भाषण के बाद संसद के बाहर मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी ने उनसे 3 सवाल पूछते हुए केंद्र सरकार पर हमला किया.