नोटबंदी को एक साल से अधिक समय हो चुका है लेकिन अभी नोटबंदी को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर अभी भी जारी है. नोटबंदी को लेकर विपक्ष लगातार मोदी सरकार पर निशाना साधता रहा है और इसी क्रम में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी ने कर्णाटक में एक रैली के दौरान ऐसी बात कही जिसको लेकर नयी बहस छिड़ सकती है. राहुल गाँधी ने रैली में बताया कि पीएम मोदी को किसने नोटबंदी का आईडिया दिया था. उन्होंने ये भी कहा कि ये किसी वित्त मंत्रालय के अधिकारी या फिर RBI का सुझाव नहीं था.
राहुल ने बताया, किसने पीएम मोदी को दी थी नोटबंदी की सलाह
राहुल ने कहा- आरएसएस ने दिया था आईडिया
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कर्नाटक के कलबुर्गी में पीएम मोदी पर पंद्रह महीने पहले लागू हुए नोटबंदी को लेकर निशाना साधा और लोगों को बताया कि पीएम को नोटबंदी का आइडिया कहां से आया था. राहुल ने कहा कि नोटबंदी का विचार न तो रिजर्व बैंक ने दिया था और न ही वित्त मंत्री अरुण जेटली ने. उन्होंने कहा कि इसका आइडिया वित्त मंत्रालय के अधिकारियों ने भी नहीं दिया था बल्कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के एक विचारक ने इसका आइडिया दिया था। संघ ने फिर उस आइडिया को पीएम मोदी के दिमाग में डाला और उसके दवाब में पीएम ने इसे लागू कर दिया.
नोटबंदी पर लगातार विपक्ष ने सरकार को घेरा
बता दें कि 8 नवंबर 2016 को पीएम मोदी ने ऐलान किया था कि 500 और 1000 रुपये के पुराने नोट परिचलन से बाहर हो गए हैं. उनकी जगह सरकार ने 2000 रुपये के नए नोट जारी किए थे. पीएम के एलान के बाद अचानक लोगों के पास जमा 500 और 1000 रुपये के सभी नोट अवैध हो गए थे. इससे आमलोगों में बेचैनी और उलझन पैदा हो गई.सरकार ने सभी पुराने नोट वापस लेने और बदलने को कहा. इसके लिए सभी बैंकों में लोगों की लंबी-लंबी कतारें लगी रहीं. नोटबंदी को लेकर तरह-तरह से सरकार को विपक्ष ने घेरा लेकिन सरकार इसे कालाधन रोकने का तरीका बताती रही. हालाँकि एक साल बाद आई रिपोर्ट ने ये साबित किया कि नोटबंदी के जितने फायदे सरकार ने गिनाये थे, उतने जमीन पर दिखाई नहीं दिए.