राजदीप सरदेसाई और विवादों का चोली -दामन का साथ रहा है। ट्विटर पर राजदीप अक्सर अपने विवादित ट्वीट के लिए आलोचना के घेरे में आ जाते हैं। लेकिन इस दफे वो लोगों के सवालों से परेशान होकर अपना अकाउंट डीएक्टिवेट कर चुके हैं। राजदीप सरदेसाई के अंतिम ट्वीट के बाद ये कहा जा सकता है कि ट्विटर पर फर्जी अकाउंट बनाकर उनको ट्रोल करने वालों से परेशान थे।
ऑगस्टा वेस्टलैंड में कुछ पत्रकारों के शामिल होने की खबर के बाद से ट्विटर पर राजदीप को तीखे सवालों से गुजरना पड़ रहा था और इसी क्रम में एक ट्वीट के जवाब में आपत्तिजनक शब्द के इस्तेमाल के बाद राजदीप सरदेसाई ट्विटर पर ट्रेंड होने लगे थे।
राजदीप सरदेसाई ने कई बार ये आरोप लगाया है कि ट्विटर पर कुछ लोग एनोनिमस अकाउंट से केंद्र सरकार की योजनाओं की आलोचना पर राजदीप को आड़े हाथों लेते हैं। पत्रकारों का एक खेमा अक्सर इस तरह के आरोप लगाता रहा है जबकि कुछ विश्लेषकों का ये भी मानना है कि राजदीप का ट्वीट करके अकाउंट डीएक्टिवेट करना उनकी मानसिक कमजोरी दर्शाता है क्योंकि आप किसी भी परेशानी से भागकर नहीं बल्कि उस परेशानी का मुकाबला करके सच को साबित कर सकते हैं।
एक वरिष्ठ पत्रकार होने के नाते राजदीप सरदेसाई से उम्मीद की जाती है कि वो भाषा का संयमित इस्तेमाल करें ताकि सोशल मीडिया की मर्यादा बानी रहे!