सोमवार को राज्यसभा में विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच गरमागरम बहस के बाद एक कांग्रेस सदस्य  द्वारा आदिवासियों और स्थानीय लोगों को, बलात्कार और छेड़छाड़ सहित सुरक्षा बलों द्वारा की गई कथित अत्याचार के खिलाफ खत्म छत्तीसगढ़ सरकार की बर्खास्तगी की मांग की।

सूचना प्रसारण मंत्री का बयान

  • सूचना एवं प्रसारण मंत्री एम वेंकैया नायडू ने कहा
  •  व्यापक बयानों और बल, जो जीवन मे मुश्किल काम कर रहे हैं
  • उनके लिए ऐसा बोलने की अनुमति शून्यकाल में नहीं है.
  • उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़  सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले राज्यों में से एक है.
  • छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में सुरक्षा बलों द्वारा कथित अत्याचार के मुद्दे को उठाने,
  • बी के हरिप्रसाद कश्मीर (कांग्रेस) ने कहा कि आदिवासी महिलाओं पर
  •  सामूहिक बलात्कार किया जाता है और पीटा जाता है.
  •  शामिल पुलिसकर्मियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाती है।
  • मामले वकीलों, गैर सरकारी संगठनों और पत्रकारों के खिलाफ दर्ज होते है
  • जो पीड़ितों की दुर्दशा का  राज्य सरकार पर ध्यान केंद्रित करने की कोशिश करते हैं.

राज्य सरकार को भंग करनी की मांग

  • बी के हरिप्रसाद कश्मीर (कांग्रेस) मांग की कि राज्य सरकार को खारिज कर दिया जाए.
  • सूचना एवं प्रसारण मंत्री एम वेंकैया नायडू  द्वारा कहा गया कथन
  • शून्यकाल बलों की निंदा के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है.
  • इस पर भी राज्य सभा की सियासत गरमाई रही.
  • इस मुद्दे पर काफी गहमा गहमी के बाद राज्य सभा की कार्यवाही को
  • दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया.

 

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