छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनावों के पहले ही राज्य की राजनीति में नेताओं के दल बदलने का सिलसिला शुरू हो गया है। जल्द होने वाले विधानसभा चुनावों के पहले ही भाजपा और कांग्रेस के नेता दल बदलने पर लग गए हैं। खासतौर पर कांग्रेस और बीजेपी के कई पुराने चेहरे इन दिनों एक- दूसरी पार्टी में आवाजाही कर रहे हैं। हालांकि कई कार्यकर्ताओं और नेताओं की उनकी परंपरागत पार्टी में वापसी भी हो रही है। इस बीच छत्तीसगढ़ के एक बड़े नेता के भाई ने कांग्रेस ज्वाइन कर सभी को सकते में डाल दिया है।
पूर्व मंत्री के भाई ने ज्वाइन की कांग्रेस :
छत्तीसगढ़ के पूर्व गृहमंत्री और वर्तमान में बीजेपी से राज्यसभा सदस्य रामविचार नेताम के बड़े भाई पूरनमासी नेताम कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। राज्य के बलरामपुर में आयोजित कांग्रेस के एक सम्मेलन में उन्होंने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता ली। पूरनमासी नेताम को कांग्रेस ने बड़ी ख़ुशी के साथ अपनी पार्टी में शामिल किया है। इस दौरान कांग्रेस के सभी बड़े नेता पहुंचे हुए थे। इनमें राज्य सभा सदस्य छाया वर्मा, पार्टी उपाध्यक्ष करुणा शुक्ला और अध्यक्ष भूपेश बघेल ने उनका गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। रामविचार नेताम 2008 से लेकर 2013 तक मुख्यमंत्री रमन सिंह मंत्रिमंडल में गृहमंत्री थे। इसके बाद उन्हें राज्यसभा भेजा गया था। वो बीजेपी के आदिवासी सेल के प्रभारी हैं और बाहुबली छवि वाले नेता मानते जाते हैं। उनके बड़े भाई का कांग्रेस ज्वाइन करना बीजेपी के लिए अच्छी खबर नहीं है।
अपने भाई की आलोचना की :
पूर्व गृहमंत्री के भाई पूरनमासी नेताम ने कांग्रेस ज्वाइन करने के बाद अपने भाई रामविचार नेताम की तीखी आलोचना की। उन्होंने कहा कि वो उनके व्यवहार से काफी दुखी हैं क्योंकि उनका व्यवहार उनके प्रति कभी भी सम्मानपूर्वक नहीं रहा। पूरनमासी ने दावा किया कि यदि रामविचार नेताम को बीजेपी ने दोबारा टिकट दी तो वे फिर भी हारेंगे। बीजेपी में ये वाकया पिछले काफी समय से चल रहा है। कई पुराने नेताओं और कार्यकर्ताओं से कांग्रेस से संपर्क किया है। इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री अजित जोगी की जनता कांग्रेस से उनके नेताओ और पदाधिकारियों ने नाता तोड़ना शुरू कर दिया है। इसके साथ ही बिलासपुर की पूर्व मेयर वाणी राव और पूर्व विधायक डमरूधर साहू ने फिर से कांग्रेस ज्वाइन कर ली है।