रक्षाबंधन का त्योहार भाई-बहन के अटूट बंधन का त्योहार है। लेकिन उस बहन के लिए इस साल का ये त्योहार और खास होगा जब वह 8 साल बाद अपने बिछड़े भाई की सूनी कलाई पर रक्षाबंधन बांधेगी। दरअसल मामला ये कि एक दुर्घटना के बाद अलग हुआ भाई पूरे 8 साल बाद अपनी बहन से मिला है।
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आठ साल बाद मिले भाई-बहन :
- दिल्ली के लाजपत नगर की चाइल्ड वेलफेयर कमेटी कस्तूरबा निकेतन चिल्ड्रेन होम कॉम्पलेक्स में श्याम की 2 साल लंबी खोज का अंत हुआ।
- साल 2009 के बाद पहली बार वो अपनी सगी बहन ममता से मिल पाया था।
- श्याम को याद है वो इमारत जहां उसे मजिस्ट्रेट के सामने लाया गया था और फिर वो अपनी बहन से अलग हो गया था।
- श्याम ने बताया कि चूंकि लड़कों और लड़कियों को अलग-अलग सरकारी आश्रमों में रखा जाता है।
- इसलिए उसे जहांगीर पुरी के लड़कों वाले सरकारी आश्रम में भेज दिया गया।
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ऐसे हुआ अपनी बहन से अलग :
- श्याम जब सिर्फ 12 साल का था उस समय वो और उसका परिवार उत्तर प्रदेश के कन्नौज में रहते थे।
- उसने बताया कि हम बहुत छोटे थे, तब पिता की मृत्यु हो गई और हम अपनी मां के साथ दिल्ली आए।
- कालकाजी में भीख मांग कर परिवार का गुजारा हो रहा था।
- लेकिन जुलाई 2009 में रेलवे क्रॉसिंग पार करते हुए मां की ट्रेन से कुचल कर मौत हो गई।
- श्याम ने बताया कि उस एक्सीडेंट में ममता को भी चोटें आयी थीं और फिर इसी के बाद दोनो भाई बहन एक दूसरे से अलग हो गए।
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भाई ने बहन को खोजने का बनाया मिशन :
- श्याम की बहन ममता अब क्लास 12 में पढ़ रही है।
- ममता ने बताया कि उसने अधिकारियों को बताया था कि उसका एक भाई है।
- लेकिन जब तक अधिकारियों ने श्याम का पता लगाया तब तक वह सरकारी आश्रय से भाग चुका था।
- आश्रम से निकलने के बाद श्याम ने ममता को खोजने का मिशन बनाया।
- ममता ने तो अपने भाई से फिर मिल पाने की उम्मीद ही छोड़ दी थी।
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लाजपत नगर सीडब्ल्यूसी का पता लगाने में लगा वक्त :
- श्याम को लाजपत नगर सीडब्ल्यूसी का पता लगाने में थोड़ा वक्त लगा।
- लेकिन इस तरह वो अपनी बहन ममता से 8 साल बाद मिल पाया।
- कमेटी के सदस्यों को यह जानकर हैरानी हुई कि श्याम को उसकी बहन के बारे में जानकारी नहीं दी गई थी।
- लेकिन उनके रिकॉर्ड के माध्यम से खोजने के बाद वे उसे ढूंढ सकें।
- इस तरह 8 साल बाद रक्षाबंधन का त्यौहार श्याम की जिंदगी में खुशियां लेकर आया है।
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