रोहतक की सुनारिया जेल में बंद राम रहीम को डेरा सच्चा सौदा की गद्दी की चिंता सता रही है।
राम रहीम ने जेल से डेरा प्रेमियों के लिए जारी की 10वीं चिट्ठी में एक बार फिर गुरु होने और गुरु रहने की बात दोहराई है। सिरा स्थित डेरे में 74वां रुहानी स्थापनी दिवस और जाम-ए-इंसा की 15वीं वर्षगांठ मनाई जा रही है। गौरतलब है कि पिछले महीने डेरा प्रमुख के परिवार के विदेश में सेटल होने की खबरें आईं थी। साथ ही 28 मार्च 2022 को राम रहीम ने डेरा प्रबंधन की जिम्मेदारी डॉ. पीआर नैन को सौंप दी थी। इससे पहले विपासना इंसा यह जिम्मेदारी संभाल रहीं थी। इन सभी घटनाक्रमों के बीच गुरु गद्दी को लेकर भी चर्चाएं तेज हुई है। इन्हीं चर्चाओं के बीच जेल से राम रहीम की एक और चिट्ठी आई है।
आपको बता दे 28 मार्च को जेल से राम रहीम ने डेरा प्रेमियों के नाम 9वीं चिट्ठी लिखी थी। उस दिन डेरे में स्थित शाह सतनाम धाम में नामचर्चा के दौरान डेरा प्रेमियों को चिट्ठी पढ़कर सुनाई गई। राम रहीम ने चिट्ठी में सभी धर्मों का आदर करने और खुद ही ‘गुरु’ होने की बात कही थी। राम रहीम ने मतभेद की चर्चाओं के बीच पहली बार पारिवारिक सदस्यों और हनीप्रीत का जिक्र इस चिट्ठी में किया था। राम रहीम ने पारिवारिक रिश्तों में तल्खियों की बात को ढकने का प्रयास किया। साथ ही कहा कि उसका परिवार विदेश में सेटल होने जा रहा है। डेरा प्रमुख के तीनों बच्चों और दामाद सहित पूरे परिवार का विदेश जाना तय है। डेरा प्रमुख की मां नसीब कौर और उसकी पत्नी हरजीत कौर भी विदेश में ही रहेंगी। डॉ विपासना इंसा की जगह डॉ. पीआर नैन को नया चेयरपर्सन बनाया गया है। डेरा मैनेजमेंट में भी कुछ बदलाव किए हैं। इसमें हनीप्रीत के समर्थकों को नई जिम्मेदारी दी गई है। इससे चर्चाएं होने लगी थीं कि डेरे पर हनीप्रीत का अप्रत्यक्ष रूप से कब्जा हो गया है।
आपको ज्ञात हो 2017 से साध्वी यौन शोषण मामले में डेरा प्रमुख सजा काट रहा है। उसे पत्रकार छत्रपति और रणजीत हत्याकांड में भी उसे सजा हो चुकी है। राम रहीम को इसी साल पंजाब चुनाव से ठीक पहले 7 फरवरी को 21 दिन की फरलो मिली थी। पंजाब में AAP सरकार बनने के बाद दो नए केसों में डेरा प्रमुख का नाम जोड़ा गया है। इनमें विवादित पोस्टर लगाने और श्री गुरु ग्रंथ साहिब के पावन अंग मिलने के मामले शामिल हैं।
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