पारंपरिक रीति के अनुसार आज से बड़े धूमधाम से उड़ीसा के पूर्वी तट पर स्थित जगन्नाथ पुरी में भगवान जगन्नाथ की रथ-यात्रा का उत्सव शुरु होगा। यह उत्सव आषाढ़ शुक्ल पक्ष की द्वितीया से आरंभ करके शुक्ल एकादशी तक मनाया जाता है। भगवान जगन्नाथ के रथ को अपने हाथों से खींचना बेहद शुभ माना जाता है। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मन की बात’ में इस उत्सव की शुभकामनाएं दी।
रथ यात्रा से संबंधित जानकारी:
- रथ के रूप की बात करें तो तीन रथ (जगन्नाथ उनके भाई बलराम और बहन सुभद्रा के) बनाया जाता है।
- यह रथ लकड़ी के बने होते हैं।
- भगवान जगन्नाथ जी के रथ को ‘नंदीघोष’ कहा जाता है।
- वहीं बलराम जी के रथ को ‘तलध्वज’ कहा जाता है।
- और सुभद्रा जी का रथ ‘देवदलन’ है।
- इन तीनों रथों को जगन्नाथ मंदिर से खींच कर 2 किलोमीटर की दूरी पर स्थिति गुंडीचा मंदिर तक लिया जाता है।
गुंडीचा मंदिर में निवास करते हैं भगवान जगन्नाथ :
- बता दें कि गुंडीचा मंदिर में 7 दिनों तक जगन्नाथ भगवान यहीं निवास करते हैं।
- इसके बाद आषाढ़ शुक्ल दशमी के दिन वापसी जिसे बाहुड़ा यात्रा कहते हैं।
- इस दौरान पुन: गुंडिचा मंदिर से भगवान के रथ को खींच कर जगन्नाथ मंदिर तक लाया जाता है।
- गौरतलब है कि मौसम विभाग ने रथ यात्रा के दौरान भारी बारिश की संभावना जताई है।
ये रहा आज का पूरा कार्यक्रम :
- रीतिनुसार आज सुबह 7.10 बजे सूर्य पूजा हुआ, इसके बाद 7.30 बजे द्वारपाल पूजा हुआ।
- इसके बाद सुबह 8 बजे से 9 बजे तक गोपाल भोग लगा।
- रथ प्रतिष्ठा सुबह 9.30 बजे तीनो भगवन का पहंडी आरंभ हो चुका है,जो दोपहर 12 बजे तक चलेगी।
- दोपहर 2.30 बजे पुरी महाराजा छेरापहरा करेंगे और दोपहर 3 बजे बजे रथ खींचना शुरु होगा।
अहमदाबाद में मनाया जा रहा 140वीं रथयात्रा :
- अहमदाबाद के जगन्नाथ मंदिर से आज 140वीं रथयात्रा निकलेगा।
- यहां भगवान जगन्नाथ, बहन सुभद्रा, भाई बलभद्र के साथ नगर भ्रमण पर निकलेंगे।
- सुबह 7 बजे रथ यात्रा शुरु होगी जो करीब 18 किलोमीटर घूमकर देर शाम वापस मंदिर लौटेगी।
- रथयात्रा की शुरुआत के पहले सुबह 4 बजे मंगला आरती हुआ।
- इस आरती में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह मौजूद रहे।
- अहमदाबाद में भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा में सबसे ज्यादा 14 बार पहिंद विधि करने का रिकॉर्ड प्रधानमंत्री मोदी के नाम है।