नोटबंदी के बाद भारतीय रिजर्व बैंक कई नयी योजनायें लाने के लिए काम कर रहा है. जिसमें बैंक द्वारा एक प्लान यानी एक रूपरेखा तैयार की जा रही है. जिसके तहत ऑनलाइन ट्रांजैक्शन्स की लागत को कम किया जा सकेगा.
PAC द्वारा दी गयी जानकारी :
- भारतीय रिज़र्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल बीते दिन संसद की समिति के सामने पेश हुए थे
- बता दें कि उर्जित को नोटबंदी से जुड़े सवाल-जवाब के लिए PAC के समक्ष पेश होना था
- जहाँ उन्होंने नोटबंदी से जुड़े कई मुद्दों पर से पर्दे उठाये,
- यही नहीं उन्होंने इस मामले पर अपना पक्ष रखते हुए नोटबंदी को लंबे समय में देश के लिए हितकर बताया है.
- जिसके बाद RBI गवर्नर ने ऑनलाइन लेन-देन के मुद्दे पर भी अपनी बात रखी
- आपको बता दें कि संसदीय कमिटी के 2 सदस्यों ने केंद्रीय बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल के हवाले से यह जानकारी दी है
- 9 नवंबर से हुई नोटबंदी के बाद से सरकार लगातार कैशलेस ट्रांजैक्शन को बढ़ावा देने में जुटी है
- पब्लिक अकाउंट्स समिटी के एक सदस्य ने पटेल का हवाला देते हुए कहा कि हम ऑनलाइन ट्रांजैक्शन कॉस्ट को कम करने की योजना पर तेजी से काम कर रहे हैं
- साथ ही कहा कि हम इस प्रक्रिया से जुड़े सभी पक्षों से इस संबंध में बातचीत कर रहे हैं
- रिजर्व बैंक गवर्नर उर्जित पटेल नोटबंदी के संबंध में कई बड़े सवालों का जवाब देने के लिए पैनल से बातचीत करने पहुंचे थे
- इसके साथ ही उन्होंने पैनल को बताया कि देश में कैश की किल्लत को भी जल्द ही दूर किया जा सकेगा.