जम्मू कश्मीर में स्थित वैष्णो देवी का मन्दिर देशवासियों के लिए आस्था का सबसे प्रमुख केन्द्रों में से एक रहा है। ये मन्दिर शक्ति को समर्पित एक पवित्रतम हिंदू मंदिर है। हिन्दू धर्म में वैष्णो देवी माता रानी और वैष्णवी के रूप में भी जानी जाती है।
कहते हैं पहाड़ों वाली माता वैष्णो देवी सबकी मुरादें पूरी करती हैं। उसके दरबार में जो कोई सच्चे दिल से जाता है, उसकी हर मुराद पूरी होती है। ऐसा ही सच्चा दरबार है- माता वैष्णो देवी का।
हिन्दू धर्म के इस बेहद पवित्र मन्दिर के ऊपर आतंकवाद का साया मडंंरा रहा हैै। जम्मू कश्मीर की पुलिस के अनुसार कल मन्दिर के पास दो संदिग्ध व्यक्ति देखे गये। इन दोनो व्यक्तियों ने डोमेेन मोड के पास सेना की वर्दी बदलकर साामान्य कपड़े पहने। उनमें से एक संदिग्ध ने अपनी वर्दी और जूते डोमेल में ही एक दुकान के पास फेंक दिए जबकि दूसरे संदिग्ध ने वर्दी और जूते बैग में रख लिए।
इन खबरों के बाद पुलिस को ये भी संदेह है कि वो दोनो संदिग्ध सेना के जवान भी हो सकते है। ये भी हो सकता है कि कश्मीर से जम्मू आये सैनिकों ने माता वैष्णो देवी मंदिर में दर्शन करने के लिए वर्दी बदलकर सामान्य कपड़े पहने हों।
वैष्णों देवी के मंंन्दिर में दर्शन करने आने वाले लोगो की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा एजेंसियों ने सेना के जवान और पुलिस कर्मियों के ड्यूटी पर न होने या छुट्टी पर होने के दौरान वर्दी में दर्शन करने के लिए पहले ही प्रतिबंध लगा दिया है।
आपको बताते चले कि कटरा और हाईवे पर संदिग्धों को तलाश करने के लिए सीआरपीएफ ने सर्च ऑपरेशन जारी कर दिया है। हालांकि वैष्णो देवी की यात्रा करने वाले लोगो पर इन खबरो का कोई असर नही पड़ रहा है। प्रतिदिन 40 से 42 हजार तीर्थयात्रियों मंदिर के दर्शन कर रहे हैं।