नोटबंदी के बाद बैंकों, डाकघरों में जमा कराए गए पुराने 500 और 1000 रुपये के नोटों के बारे में अटकलों पर विराम लगाते हुए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने जल्द से जल्द इन आंकड़ों को जारी करने की बात कही है.
पुराने नोटों का आकड़ों से किया जा रहा है मिलान :
- RBI ने कहा कि वह बैंकों के पास पहुंचे पुराने नोटों का अमान्य की गई मुद्रा से मिलान कर रहा है.
- जिसके बाद वह जल्द से जल्द आंकड़े जारी कर देगा.
- रिजर्व बैंक ने निर्दिष्ट बैंक नोट (एसबीएन) पर यह स्पष्टीकरण इन खबरों के बाद दिया है.
- जिसमे 30 दिसंबर तक बैंकों के पास 95 प्रतिशत से अधिक पुराने नोट वापस आ चुके हैं.
- बता दें कि पुराने नोट जमा कराने की यह आखिरी तारीख थी.
- आरबीआई ने कहा कि विभिन्न हल्कों में जमा कराए गए पुराने नोटों के बारे में अनुमान लगाए जा रहे हैं.
- बैंक ने स्पष्ट किया कि समय-समय पर जो आंकड़े जारी किए हैं,
- वे देशभर में बड़ी संख्या में करेंसी चेस्ट के आंकड़े पर आधारित हैं.
- चूंकि अब नोटबंदी की योजना पूरी हो गई है.
- ऐसे में आंकड़ों का उपलब्ध पुराने नोटों के साथ मिलान किया जा रहा है,
- जिससे संभावित गलतियों या दोहरी गिनती से बचा जा सके.