Rashtriya Swayamsevak Sangh : एक बार फिर अपना पोशाक बदलने जा रहा है। 90 साल के राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ(RSS) में पोशाक को बदलने पर विचार चल रहा है। राजस्थान के नागौर में आज अधिवेशन किया जा रहा है।
- जिसका उद्घाटन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने किया।
- संघ के सूत्रों के अनुसार, 11 से 13 मार्च तक राजस्थान के नागौर में चलने वाले इस अधिवेशन में आरएसएस की सर्वोच्च निर्णायक संस्था, अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा के द्वारा इसका फैसला लिया जा सकता है।
Rashtriya Swayamsevak Sangh :-
- राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ इससे पहले भी पोशाक में पहले भी कई बार बदलाव कर चुकी है।
- इससे पहले स्वयंसेवक खाकी हॉफ पैंट के साथ इसी रंग की कमीज ही पहनते थे।
- मगर बाद में कमीज का रंग बदल कर सफेद कर दिया गया।
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- उसके बाद स्वयंसेवक बूट पहना करते थे.
- मगर बाद में इनमें बदलाव कर बूट को सामान्य जूते में बदल दिया गया।
- इस परिवर्तन के बाद चमड़े के बेल्ट की जगह प्लास्टिक के बेल्ट का इस्तेमाल शुरू कर दिया गया।
- समय के हिसाब से खुद को बदलने और युवाओं को साथ जोड़ने के लिए संघ की पोशाक में तब्दीली की बात कही जा रही है।
- शायद ऐसी हो सकती राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की नयी पोशाक।
- राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की तरफ युवाओं का रुझान काफी जयादा है,
- आज के समय में 90 प्रतिशत से ज्यादा युवा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े हुवे हैं।
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- युवाओं को साथ लेने के लिए संघ ऑनलाइन शाखाएं भी चला रहा है।
- अब यह देखना दिलचस्प होगा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अपनी पोशाक में किस तरह का बदलाव करती है
- इस बदलाव का आज के युवाओं पर क्या असर होता है?