राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के एक कार्यकर्ता ने पेट्रोल छिड़ककर आग लगा ली। जली हुई अवस्था में आरएसएस कार्यकर्ता करीब 100 मीटर तक भारत माता की जय कहते हुए दौड़ते रहा. कार्यकर्ता लगभग 80 फीसदी जल गया। परिवार वाले उन्हें इलाज के लिए दिल्ली ले गए हैं। कार्यकर्ता ने भारत बंद और आरक्षण प्रणाली व जातिवाद के मुद्दों से तंग आ कर आत्मदाह की कोशिश की।
आरएसएस कार्यकर्ता भारत बंद की घटना से था परेशान:
राजस्थान के जयपुर में एक आरएसएस कार्यकर्ता और युवा व्यापारी रघुवीर प्रसाद गुप्ता ने आग लगाकर खुदकुशी करने की कोशिश की है। 80 फीसदी तक उनका शरीर जल गया है। एसएमएस हॉस्पिटल में रघुवीर का इलाज चल रहा है, जहां, उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। पुलिस को दिए बयान के मुताबिक आरक्षण प्रणाली और समाज में फैल रहे जातिवाद से आहत होकर रघुवीर ने यह खौफनाक कदम उठाया। पुलिस के मुताबिक रघुवीर ने भारत माता को संबोधित एक पत्र भी लिखा है।
जयपुर मे आम्रपाली सर्कल के पास रघुवीर मेडिकल की एक दुकान चलाते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रविवार सुबह उन्होंने खुद पर पेट्रोल छिड़कर आग लगा ली। आसपास के लोगों ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने आग बुझाकर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया लेकिन तब तक वह 80 फीसदी जल गए थे।
डीसीपी (पश्चिम) अशोक गुप्ता ने बताया, अपने बयान में रघुवीर ने कहा है कि वह एससी-एसटी ऐक्ट को लेकर हुए दलित आंदोलन से आहत हैं। रघुवीर ने बयान में कहा कि प्रदर्शन के दौरान जिस तरह से ऊंची जातियों के खिलाफ अपशब्द कहे गए, उन्हें निशाना बनाया गया, इससे दुखी होकर उन्होंने यह कदम उठाया है। पुलिस को दिए बयान में गुप्ता ने कहा कि आरक्षण और जातिवाद से भरे इस समाज में नहीं जीना चाहते।
पुलिस के मुताबिक यह भी पाया गया है कि रघुवीर का अपने परिवार के साथ व्यवहार कोई अच्छा नहीं है। इस कारण भी वह तनाव में था। उधर, दोस्तों का भी कहना है कि भारत बंद प्रदर्शन से आहत होकर रघुवीर ने खुदकुशी करने की कोशिश की है।