यूरोपीय संघ (ईयू), ब्रिटेन से अलग हो चुका है, शुक्रवार को इस रायशुमारी के नतीजों का असर दुनियाभर के शेयर बाजार पर पड़ा। एक ओर जहां भारतीय सेंसेक्स सुबह 940 अंकों की गिरवाट के साथ खुला। वहीं, ब्रिटेन की करंसी पाउंड 31 साल के अपने न्यूनमत स्तर पर है। सेंसेक्स में 940 अंकों की गिरवाट के साथ भारतीय बाजार में सभी स्टॉक्स नीचे चले गए हैं।
साल 2008 में ग्ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था मंदी की चपेट में आ गई, जिससे देश में बेरोजगारी बढ़ गई और इसकी वजह से ब्रिटेन के यूरोपियन यूनियन से अलग होने की बहस पैदा हो गयी।
एक धड़े का मानना है कि अगर ब्रिटेन यूरोपियन यूनियन से अलग हो जाता है तो देश की सारी दिक्कतें दूर हो जाएंगी।
जिसके बाद ब्रिटेन में आज हो रहे जनमत संग्रह के ताजा आंकड़ों में लीव के पक्ष में 1 करोड़ 10 लाख वोट पड़े हैं, जबकि ‘रीमेन’ यानी यूनियन में बने रहने के पक्ष में पड़े वोटों से यह 6 लाख अधिक है।
काउंटिग के बीच लड़खड़ाया पाउंडः
- रायशुमारी के शुरुआती नतीजों के बीच पाउंड ने गोता लगाया है, नतीजे आने से पहले पाउंड 1.50 डॉलर पर चल रहा था।
- लेकिन जब नतीजों का रुझान यूरोपीय यूनियन से अलग होने के पक्ष में दिखने लगा तो पाउंड 1.41 डॉलर पर आ गया।
- इसके बाद गोता लगाने का दौर शुरू हुआ और पाउंड 31 साल के सबसे निचले स्तर पर आ गया. डॉलर के मुकाबले शुक्रवार को पाउंड 1.3466 पर रहा.
- गौरतलब है कि इससे पहले 1975 में भी इस तरह का एक जनमत संग्रह हो चुका है, तब अधिकतर लोगों यूनियन में बने रहने के पक्ष में वोट किया था।
भारतीय बाजारों में आयी तेज गिरावटः
- शुक्रवार सुबह सेंसेक्स 948.54 अंक लुढ़ककर 27 हजार के नीचे 26,053.68 पर पहुंच गया।
- निफ्टी ने भी 281.50 अंकों की गिरावट के साथ अपना कारोबार शुरू किया।
- डॉलर के मुकाबले रुपया भी 96 पैसे कमजोर हो गया है, जापान का स्टॉक एक्सचेंज भी 8 फीसदी लुढ़क गया।
- इसके साथ ही देश के कारोबार में इंफोसिस, टाटा मोटर्स, टीसीएस, टाटा स्टील और भारती फोर्ज जैसे दिग्गज कंनियों के शेयर्स के भाव गिरने लगे हैं।