2019 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर चुनावी सरगर्मियां तेज हो गयीं हैं और सभी दलों ने अपनी सक्रियता बढ़ानी शुरू कर दी है। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर कई नेता अपने दलों से बगावत करके नयी पार्टी बनाना शुरू कर दिया है। इसी क्रम में अब सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के एक करीबी ने अपनी नयी पार्टी बनाने का ऐलान कर दिया है जिसके बाद समाजवादी पार्टी सहित अन्य दलों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
अगले पेज पर पढ़ें पूरी खबर :
नयी पार्टी बना सकते हैं शरद यादव :
जनता दल (यूनाइटेड) के बागी नेता शरद यादव बीते काफी दिनों से साझा विरासत कार्यक्रम के माध्यम से विभिन्न दलों को NDA के खिलाफ एक मंच पर इकट्ठा करने की कोशिशें कर रहे हैं। अब शरद यादव ने अपनी खुद की पार्टी बनाने की तैयारी कर ली है जिसकी आगामी 20 फरवरी को दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में एक समारोह में घोषणा होने की संभावना है। शरद यादव अब बस केंद्रीय चुनाव आयोग के फैसले का इंतजार है। इस दौरान कार्यक्रम में समाजवादी विचारधारा से जुड़े कई दलों के नेताओं के मौजूद रहने की उम्मीद है।
इनमें राजद, समाजवादी पार्टी, समाजवादी जनता पार्टी, आम जनता पार्टी जैसे दलों के नेता शामिल हैं। साथ ही इस सम्मेलन में भारतीय ट्रायबल पार्टी का विलय इसमें होगा। वर्तमान समय में भारतीय ट्रायबल पार्टी के गुजरात में 2 विधायक हैं। चुनाव आयोग में शरद गुट द्वारा समाजवादी जनता दल, लोकतांत्रिक जनता दल एवं अपना जनता दल नाम के आवेदन किया गया है जिसमें उन्हें लोकतांत्रिक जनता दल नाम मिलने की उम्मीद है।
कई दलों ने नेता होंगे उपस्थित :
शरद यादव से जुड़े सूत्रों का कहना है कि दिल्ली में लांच होने वाली उनकी इस नयी पार्टी के समारोह में सामान विचारधारा वाले कई दलों के शामिल होने की संभावना है। इनमें राजद और समाजवादी पार्टी सहित समाजवादी विचारधारा वाले कई अन्य दल भी शामिल होंगे। इनके अलावा कई अन्य छोटे दलों और संगठनों के नेताओं को भी न्योता दिया जाएगा। साथ ही जदयू से नाराज अन्य नेताओं को भी अपने साथ लाने की शरद यादव की पूरी कोशिशें रहेंगी। पूर्व स्पीकर उदय नारायण चौधरी, पूर्व विधायक सतीश कुमार जैसे नेताओं के नाम इस सूची में सबसे ऊपर शामिल हैं।